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उत्तराखंड में पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी BJP से निलंबित; भेजा गया कारण बताओ नोटिस
Last Updated on November 13, 2020 by
देहरादून। उत्तराखंड बीजेपी (Uttarakhand BJP) के नेता एवं पूर्व कैबिनेट मंत्री लाखीराम जोशी (Lakhiram Joshi) को पार्टी से निलंबित कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्हें पार्टी की तरफ से कारण बताओ नोटिस (show cause notice) भी भेजा गया है, जिसमें उनसे सात दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। बता दें कि पूर्व मंत्री लाखीराम जोशी को पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर प्रदेश में नेतृत्व परिवर्तन की मांग की थी। लाखीराम जोशी को निलंबित किए जाने की जानकारी देते हुए बीजेपी के प्रदेश उपाध्यक्ष देवेंद्र भसीन ने कहा, ‘उनसे 7 दिन के अंदर जवाब मांगा गया है, संतोषजनक जवाब ना देने पर बर्खास्त भी किए जा सकते हैं।’
अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं
प्रदेश अध्यक्ष भगत ने कहा कि पार्टी में अनुशासन सबसे महत्वपूर्ण विषयों में से एक है। अतः किसी भी कार्यकर्त्ता को चाहे वह कितना भी बड़ा क्यों न हो अनुशासन हीनता के मामले में कोई रियायत नहीं दी जा सकती। यदि किसी के मन में कोई विषय है तो वे सीधा उनसे कहें वे उस विषय को उचित स्तर पर ले जाएंगे, लेकिन अनुशासनहीनता किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं की जा सकती।
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टिहरी के पूर्व विधायक लाखीराम जोशी के पीएम नरेंद्र मोदी को लिखे पत्र ने सियासी हलचल मचा दी है। पत्र लिखने के कारण बीजेपी प्रदेश संगठन ने लखीराम जोशी को निलंबित करने के मामले में पूर्व विधायक ने कहा कि इस तरह किसी का निष्कासन नहीं किया जा सकता। व्यवस्था के अनुसार पहले नोटिस देना पड़ता है। उसके बाद ही निष्कासन होता है। मैंने सत्य बात को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा था।