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पौंग विस्थापितों के बाद अब मनरेगा मजूदरों के लिए आवाज बुलंद करेंगे सुशांत
Last Updated on January 28, 2020 by Deepak
रविंद्र चौधरी/फतेहपुर। पौंग डैम विस्थापितों (Pong Dam Displaced) की आवाज बुलंद करने के बाद अब पुर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत मनरेगा मजदूरों के हक में कुद पड़े हैं। डॉ. राजन सुशांत ने अब मनरेगा पर प्रदेश, केंद्र सरकार (Central Government), संबंधित विभाग और डीसी कांगड़ा (DC Kangra) को आड़े हाथ लेने का मन बनाते हुए पंचायत में बैठकों का दौर शुरू कर दिया है। पूर्व सांसद डॉ. राजन सुशांत ने मंगलवार को खंड फतेहपुर की भिन्न-भिन्न पंचायतों का दौरा करते हुए मनरेगा मजदूरों का दर्द जानते हुए, उन्हें अपने-अपने अधिकारों के प्रति जागरूक किया। उन्होंने मनरेगा मात्र एक योजना नहीं बल्कि एक अधिनियम है, जिसके तहत हर रजिस्टर्ड मजदूर को वर्ष में कम से कम 100 दिन का रोजगार देना अनिवार्य है।
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लेकिन अज्ञानतावंश या किन्हीं अन्य कारणों के कारण खंड फतेहपुर की भिन्न-भिन्न पंचायतों के मनरेगा मजदूरों को 100 दिन तो क्या इससे आधे दिन का भी रोजगार नहीं मिल पाया। उन्होंने मनरेगा मजदूरों से कहा वे आगामी दो-तीन दिन में अपनी-अपनी पंचायत में काम के लिए आवेदन करें व उसकी एक कॉपी रिसीविंग करवाते हुए उनके पास दें।
वह भी कोशिश करेंगे कि कैसे भी हो पंचायतों को फंड दिलवाया जाए, ताकि मनरेगा मजदूरों को उक्त अधिनियम के तहत कम से कम 100 दिन का रोजगार मिल सके। वहीं, अभियान दौरान पंचायत कुटवासी में पहुंचने पर मनरेगा मजदूरों को काम न मिलने की बात सुनने उपरांत उन्होंने पंचायत प्रधान को खरी-खोटी सुनाई। इससे पूर्व पंचायत सुनेट, बरोट व बाद में पंचायत हाड़ा व अन्य कुछ पंचायतों में जाकर मनरेगा मजदूरों को उनके हक बताए।