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Gangster Lawrence Bishnoi के भाई अनमोल ने शिकंजे से बचने को खेला पन्नू वाला दांव
Anmol Bishnoi Applied For Asylum Before US Government : गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) का भाई अनमोल बडा खिलाडी है। खबरे थी कि अनमोल अमेरिका में पकड़ा गया है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने उसके प्रत्यर्पण की कोशिशें भी तेज कर दी। अब भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को पता चला है कि वह तो जानबूझकर अमेरिका में पकड़ा गया। दरअसल उसका मकसद अमेरिका में आश्रय लेने का है। फिलवक्त अनमोल अमेरिका के आयोवा के पोट्टावट्टामी काउंटी जेल (Pottawatomie County Jail) में है। अनमोल ने अमेरिकी सरकार के सामने शरण लेने के लिए आवेदन (Applied For Asylum Before US Government) कर दिया है।
भारत से जान का खतरा बताते हुए अमेरिका में शरण लेने का आवेदन
अनमोल ने भारत से अपनी जान का खतरा बताते हुए अमेरिका में शरण लेने का आवेदन किया है। जबकि भारत सरकार की तरफ से अमेरिका को लगातार यह जानकारी दी जाती रही है कि अनमोल बिश्नोई (Anmol Bishnoi) अमेरिका में रहते हुए भारत में अवैध वसूली, मर्डर जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहा है। बताया जा रहा है कि हिरासत में लिए जाने से पहले ही अनमोल ने अमेरिकी नागरिकता और इमिग्रेशन सेवाओं (US Citizenship and Immigration Services) के माध्यम से शरण के लिए आवेदन किया था। अब उसने कानूनी माध्यमों से शरण की कार्यवाही शुरू कर दी है। अगर उसे अमेरिका (Asylum) शरण देता है तो फिर वह भी (Gurpatwant Singh Pannu) गुरपतवंत सिंह पन्नू की तर्ज पर अमेरिका में सुरक्षित बैठकर आसानी से भारत में खुल्लम-खुल्ला अपराध कर पाएगा। पन्नू वर्तमान में अपने खालिस्तान वाले आतंक के एजेंडे को अमेरिका-कनाडा (Khalistan Terror Agenda from America-Canada) से बैठकर आगे बढ़ा रहा है। अब अनमोल भी वही खेल खेलना चाहता है।
18 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा अनमोल
जेल में बंद गैंगस्टर (Lawrence Bishnoi Brother) लॉरेंस बिश्नोई का भाई अनमोल 18 आपराधिक मामलों का सामना कर रहा है। उस पर (Baba Siddiqui) बाबा सिद्दीकी की हत्या और 14 अप्रैल को सलमान खान के बांद्रा स्थित घर पर हुई फायरिंग में शामिल होने का भी शक है। अनमोल पर 29 मई 2022 को पंजाबी गायक सिद्धू मूसेवाला (Sidhu Moosewala) की हत्या करने वाले आरोपियों को हथियार और रसद सहायता प्रदान करने का भी आरोप है। इस बीच पुलिस ने कहा कि वे लॉरेंस बिश्नोई से भी हिरासत में पूछताछ करने की कोशिश कर रहे हैं जिसे गुजरात की साबरमती जेल (Sabarmati jail in Gujarat) में बंद किया गया है।
आपराधिक कद अनमोल का लाॅरेंस से बड़ा
गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई (Gangster Lawrence Bishnoi) उम्र में भले ही अनमोल से बड़ा है, लेकिन आपराधिक कद अनमोल का बड़ा है। महज 25 साल के इस गैंगस्टर के दायरे का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि वो वर्ष 2015 से कनाडा में बैठकर गैंग की कमान संभाल रहा है। भारत ही नहीं, अमेरिका, अजरबैजान, यूएई, पुर्तगाल, केन्या और मेक्सिको आदि देशों में 700 से अधिक शॉर्प शूटरों को डील करता आया है। एनआईए ने अनमोल बिश्नोई की गिरफ्तारी में सहायक सूचना देने वाले व्यक्ति को 10 लाख रुपए का इनाम देने की घोषणा कर रखी है।
प्राथमिक शिक्षा राजस्थान के माउंट आबू में हुई
अनमोल बिश्नोई की (Primary Education) प्राथमिक शिक्षा राजस्थान के माउंट आबू (Mount Abu, Rajasthan) में हुई, उन दिनों वह (Boxing Champion) बॉक्सिंग का चैंपियन था। पढ़ाई में स्कॉलर था, लेकिन बड़े भाई के प्रभाव में वह न केवल गैंगस्टर बना, बल्कि अपराध की दुनिया में लॉरेंस से भी बड़ा नाम कर गया। वर्ष 2012 में अनमोल का बडा भाई लॉरेंस पहली बार जेल गया और छूटने के बाद उसने संपत नेहरा, गोल्डी बरार आदि बदमाशों की गैंग बना ली। इसके बाद हरियाणा, पंजाब और राजस्थान में उसका बड़ा नाम हो गया। इस दौरान राजस्थान के माउंट आबू में पढ़ाई कर रहे अनमोल ने भी स्कूल छोड़ दिया, उस समय वह अपनी उम्र के बच्चों में बॉक्सिंग चैंपियन था। पहले सिद्धू मूसेवाला और अब बाबा सिद्दीकी की हत्या से चर्चा में आए इस बदमाश ने ही सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग करवाई थी।
अमेरिका से अब तक 10 को ही भारत लाया जा सका
सबसे पहले तो किसी भी आरोपी को दूसरे देश से भारत लाने के लिए दोनों देशों के बीच प्रत्यर्पण संधि होनी जरूरी है। भारत की 48 देशों के साथ प्रत्यर्पण संधि और 12 देशों के साथ प्रत्यर्पण अरेंजमेंट है। संधि में ये समझौता किया जाता है कि अगर दूसरे देश में वॉन्टेड अपराधी मिलता है तो उसे बाद में वापस भेज दिया जाता है। भारत ने अमेरिका के साथ वर्ष 1997 में प्रत्यर्पण संधि (Extradition Treaty With America) की थी। वर्ष 2002 से लेकर 2019 के बीच 10 अपराधियों को अमेरिका से भारत लाया जा चुका है। प्रत्यर्पण को लेकर सभी देशों के अलग-अलग कानून होते हैं लेकिन अंतरराष्ट्रीय कानून में इसको लेकर कुछ चीजें कॉमन रहती हैं। अंतरराष्ट्रीय कानून के तहत राजनीतिक अपराध, सैन्य अपराध और धार्मिक अपराध के आरोपी को प्रत्यर्पित नहीं किया जा सकता है।
-पंकज शर्मा