- Advertisement -
शिमला। जहां पीएम नरेंद्र मोदी, महात्मा गांधी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार करने में लगे हुए हैं, वहीं सूबे की सरकार और नुमाइदे इसके विपरित काम कर रहे हैं। नगर पंचायत जुब्बल में इन दिनों गंदगी का आलम है। हालात यह है कि जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। यहां पर डोर-टू-डोर गारबेज कलेक्शन मुहिम सिरे नहीं चढ़ पाई है, जिसके चलते स्थानीय लोगों को कूड़ा पास लगते नालों या खाली स्थानों पर फेंकने को मजबूर होना पड़ रहा है। नगर पंचायत जुब्बल में कुल सात वार्ड है। कूड़े को ठिकाने लगाने के लिए यहां पर अभी तक कोई स्थान चयनित नहीं किया गया है। स्थानीय प्रशासन पहले कूड़े को घरों और दुकानों से किसी एक स्थान पर इकट्ठा कर पास लगते नाले के किनारे खुले में ही जला देते थे, जिसका सीधा प्रभाव यहां की जलवायु पर पड़ रहा है।
गौरतलब है कि जुब्बल नगर पंचायत की बागड़ोर बीजेपी के हाथों में है। यहां बीजेपी के पांच, जबकि कांग्रेस के दो पार्षद हैं। नगर पंचायत जुब्बल में बीजेपी सत्तासीन होने के बावजूद भी स्वच्छता के मामले में पिछड़ती जा रही है। ऐसे में स्थानीय लोगों में प्रदेश सरकार और स्थानीय प्रशासन के प्रति भारी रोष है। स्थानीय लोगों ने अब प्रदेश सरकार से इस समस्या से जल्द निजात की गुहार लगाई है। उधर, नगर पंचायत जुब्बल के अध्यक्ष बृज लाल का कहना है कि वार्ड-1 में कूड़े को ठिकाने लगाने के लिए साइट का चयन कर दिया गया है। इस स्थान के लिए सड़क का काम अभी शुरू नहीं हो पाया हैए हालांकि सड़क को लेकर टेंडर हो चुका है। जल्द ही संबंधित ठेकेदार को सड़क का काम करने के निर्देश दिए जाएंगे। कस्बे में साफ-सफाई रखना प्राथमिकता है। जल्द की वार्डों से कूड़ा उठाकर ठिकाने लगाया जाएगा।
- Advertisement -