- Advertisement -
कुल्लू/केलांग। स्वच्छ भारत समर इंटर्नशिप कार्यक्रम के तहत हिमाचल पथ परिवहन निगम का केलांग डिपो (Keylong Depot) पहली यूनिट है, जो प्लास्टिक-कचरा मुक्त होगी। निगम की सभी बसों के अलावा घाटी में संचालित टैक्सियों में कूड़ा एकत्रीकरण बैग लगवाए गए हैं। गैर सरकारी संस्था यंग ड्रग्पा एसोसिएशन गरशा ने इस पहल की शुरुआत की है। देश में आज प्लास्टिक और अन्य कचरा ज्वलंत समस्या बन कर चुनौती पेश कर कर रहा है। रोहतांग टनल निर्माण (Rohtang Tunnel Construction) से पहले ही घाटी को किस तरह कचरा और प्लास्टिक मुक्त रखा जाए, इस दिशा में गैर सरकारी संस्थाएं काम कर रही हैं। वाईडीए ने केलांग डिपो की हर बस में 2-2 कूड़ा एकत्रीकरण बैग लगाए हैं, जिससे यात्रा करने वाली सवारी प्लास्टिक समेत अन्य कचरे के लिए इन बैगों का इस्तेमाल कर सके।
संस्था के कार्यकर्ता साथ में लोगों और सवारियों से प्लास्टिक और अन्य कूड़े को कूड़ा एकत्रीकरण बैग (Garbage collection bag) में डालने का आग्रह कर रहे हैं। इसके अलावा वाईडीए गरशा लाहौल घाटी में अभी तक दो चरणों मे 200 कूड़ा एकत्रित बैग वितरित कर चुकी है। संस्था के अध्यक्ष जंगपो बरचिपा ने बताया कि इन सभी कूड़ा बैगों के माध्यम से इकट्ठा किया प्लास्टिक कचरा ट्रांसप्लांट रिसाइक्ल कंपनी को भेजा जाएगा। उन्होंने बताया कि संघ जिले में पर्यावरण (environment) को बचाने और स्वच्छता के लिए कदम उठा रही है, जिसमें अभी तक विभिन्न प्रजातियों के 3000 से ज्यादा पौधों को रोपा गया है।
उन्होंने कहा कि पौधों की देखरेख शत-प्रतिशत हो इसके लिए बाकायदा सिंचाई के लिए पाइप की व्यवस्था की गई है। जंगपो ने बताया कि लोगों को पर्यावरण को बचाने और स्वच्छता के लिए जागरूक भी किया जा रहा है।उधर, केलांग डिपो के आरएम मंगल चंद मनेपा ने बताया कि यंग ड्रग्पा एसोसिएशन गरशा ने बेड़े की सभी बसों में कूड़ा एकत्रीकरण बैग लगाए हैं, जिससे प्लास्टिक और अन्य कचरा न फैले। केलांग डिपो एचआरटीसी का पहला डिपो बन गया है, जिसकी सभी बसों में कूड़ा एकत्रीकरण बैग लगाए गए हैं।
- Advertisement -