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दुनिया के इस ताकतवर देश में सड़क पर ईंधन खत्म होने पर मिलती है सजा
Last Updated on January 23, 2021 by
इस दुनिया में जितने भी देश हैं, उनके अपने- अपने कानून है। कई देशों में ऐसे कानून हैं, ऐसे जिनके बारे में सुनकर अचरज होता है कि क्या ऐसा भी हो सकता है। कानून के हिसाब से सजाएं भी होती हैं। चोरी करने से लेकर किसी के साथ धोखाधड़ी (Fraud) करने तक के लिए अजीब सजाएं दी जाती हैं। आज हम आप को बताने जा रहे कुछ ऐसे ही सजाओं के बादे में जिनको पढ़कर आप भी हैरत में पड़ जाएंगे। जर्मनी (Germany) का नाम तो आप ने सुना होगा। द्वितीय विश्वयुद्ध के समय कंगाल हो चुका यह देश आज दुनिया के ताकतवर देशों में गिना जाता है। इस देश में कुछ चीजें ऐसी हैं जो आप को हैरान कर देंगी। तो चलिए आप को उनके बारे में …
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आप गाड़ी लेकर सड़क पर चल रहे हैं और तेल खत्म हो जाएं तो अमूमन लोग किसी तरह से पेट्रोल का इंतजाम करते हैं। तेज रफ्तार से भी आप गाड़ी नहीं दौड़ा सकते हैं। कई शहरों में स्पीड लिमिट बाकायदा बोर्ड पर दर्शाई गई होती है। उससे अधिक स्पीड (High speed) में आप गाड़ी नहीं चला सकते। लेकिन जर्मनी में आप गाड़ी चाहे जितना मर्जी स्पीड से दौड़ा लें लेकिन अगर आप की गाड़ी का ईंधन बीच रास्ते में खत्म हो जाता है तो वह अपराध माना जाता है। उसके लिए आप को सजा मिल सकती है या फिर जुर्माना भी भरना पड़ सकता है।
जब आप फोन उठाते हैं तो हेलो बोलते हैं लेकिन इस देश में हेलो नहीं सबसे पहले अपना नाम बोलते हैं और फिर आगे की बातचीत शुरु करते हैं।
चर्च की बात करें तो दुनियाभर में एक से बढ़कर एक चर्च बनाए गए हैं, लेकिन अगर सबसे ऊंचे चर्च की बात आती है तो जर्मनी का नाम लिया जाता है। यहां पर दुनिया का सबसे ऊंचा चर्च है और उसका नाम है ‘उल्म मिंस्टर’ है। इस चर्च की ऊंचाई लगभग 530 फीट है। खास बात यह है कि इस चर्च में लगभग 2000 लोग एक साथ प्रार्थना कर सकते हैं।
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जन्मदिन पर हम एक दूसरे को बर्थडे विश करते हैं, कई बार एडवांस में भी बर्थ डे विश कर लेते हैं लेकिन जर्मनी में पहले विश करना अशुभ माना जाता है। यहां पर सिर्फ जन्मदिन वाले दिन ही विश किया जाता है।
एक और खास बात हम आप को इस देश के बारे में बताना चाहेंगे, वह यह कि दुनिया की सबसे पहली पत्रिका 1663 ईस्वी में जर्मनी में ही प्रकाशित हुई थी। साथ ही सबसे अधिक किताबें छापने वाला देश की सूची में भी जर्मनी का नाम शामिल है। यहां पर 94 हजार से अधिक किताबें छपती हैं।
जर्मनी में अगर कोई कैदी जेल से भागने का प्रयास करता है तो उसे इसके लिए सजा नहीं दी जाती। वहीं पर ऐसा मानना है कि कैदियों का जेल से भैदने का प्रयास करना स्वाभाविक है।