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अदरक हर भारतीय रसोई का हिस्सा है। सुबह की चाय से लेकर सब्जियों के मसाले तैयार करने तक, अदरक का प्रयोग किया जाता है। अदरक एक हर्ब है जिसकी जड़ मसाले के रूप में इस्तेमाल की जाती है साथ ही दवा की तरह भी इसका प्रयोग होता है। अदरक को ताजा, सूखा या पाउडर, किसी भी रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। इतना ही नहीं अदरक का रस और तेल भी बहुत लाभकारी है।
अदरक में कार्बोहाइड्रेट, डाइटरी फाइबर, प्रोटीन, विटामिन बी 6, कैल्शियम, आयरन, विटामिन सी, पोटैशियम, मैग्नीशियम, जिंक, फोलेट, राइबोफ्लेविन, नियासिन आदि होते हैं। अदरक में मौजूद फिनॉलिक कंपाउंड पेट में गैस संबंधी परेशानियों में लाभदायक होता है। कच्ची अदरक को चबाने से या अदरक की चाय पीने से जी मिचलाने में आराम मिलता है। इसके सेवन से मसल्स पेन में आराम मिलता है।
खांसी-जुकाम में भी अदरक की चाय या काढ़ा बनाकर पीने से आराम मिलता है। खांसी ज्यादा हो रही हो तो अदरक के रस को गुनगुना करके उसमे थोड़ा शहद मिलाकर चाटना फायदेमंद होता है।कभी -कभी सीने में दर्द होने, पेट में दर्द होने, लोअर बैक पेन में भी अदरक के इस्तेमाल से आराम मिलता है। जिन लोगों को मॉर्निंग सिकनेस की परेशानी है उन्हें भी इसके इस्तेमाल से लाभ होता है।
अदरक का प्रयोग आर्थराइटिस की समस्या से परेशान लोगों के लिए भी बेहद फायदेमंद है। इसके सेवन से ब्रोंकाइटिस में भी बेहद लाभ मिलता है। कान के दर्द को कम करने में अदरक से काफी मदद मिलती है। दर्द होने पर कपड़े से अदरक का रस छान कर दो-तीन बूंद तीन-चार बार गुनगुना कर के डालें। काम के दौरान नींद आए तो एक चुटकी सूखा अदरक गरम पानी में डाल कर पीने से सुस्ती चली जाती है।
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