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अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले में दिख रही थीम राज्य हिमाचली संस्कृति की झलक
Last Updated on February 4, 2020 by Deepak
नई दिल्ली/शिमला। अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले ( International Surajkund Fair )में देवभूमि हिमाचल की झलक साफ देखने को मिल रही है। सांस्कृतिक कलाकारों (Cultural artists) द्वारा पेश किए जा रहे नृत्यों पर लोग जमकर झूम रहे हैं। मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड मेले की शाम थीम राज्य हिमाचल (Himachal) के नाम रही। मेले में सभी जिलों के करीब 140 कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किए।
पारंपरिक वेशभूषा में वाद्य यंत्रों के साथ प्रस्तुत किए कार्यक्रम मेले में आकर्षण का केंद्र रहे। सांस्कृतिक कार्यक्रमों में पूरा माहौल हिमाचल रंग में रंगा दिख रहा है। मंगलवार को मेले में हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री विपिन परमार (Himachal Pradesh Health Minister Vipin Parmar) मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे थे।
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इस दौरान सांस्कृतिक संध्या में हिमाचल प्रदेश की गौरवमयी सांस्कृतिक विरासत को दर्शाती एक विशेष नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। जिसमें हिमाचल के प्राकृतिक सौंदर्य तथा जीवन शैली को दर्शाया गया। कलाकारों ने इस नृत्य नाटिका के मंचन से उपस्थित लोगों को हिमाचल की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत से रूबरू करवाया।
इस दौरान सांस्कृतिक संध्या में जिला चंबा के शिव पूजन, कांगड़ा के झमाकड़ा, लाहुल स्पीति की बौद्ध संस्कृति, शिमला की नाटी, सिरमौर के ठोडा व प्रांत नृत्य, मंडी जिला की लुड्डी, किन्नौर की कायंग नाटी तथा कुल्लू जिला की देव संस्कृति को दर्शाती हुई नृत्य नाटिका कलाकारों द्वारा प्रस्तुत की गईं। जिसे देख पंडाल में मौजूद दर्शक मंत्रमुग्ध हो गए। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय सूरजकुंड क्राफ्ट मेला 16 फरवरी तक चलेगा। इस मेले में हिमाचल के 70 हस्तशिल्पए हथकरघा बुनकरों और कारीगरों के स्टॉल लगाए गए हैं। पर्यटन निगम के स्टाल में हिमाचल के विभिन्न व्यंजन बनाए जा रहे हैं जो पर्यटकों और लोगों को खूब पसंद आ रहे हैं।