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पुनीत शर्मा/चंबा। अपनी कुदरती सुंदरता से बॉलीवुड (Bollywood) तक को आकर्षित कर चुका जोत आज भी उपेक्षित है। यही वजह है कि बॉलीवुड फिल्मों हिमालय पुत्र, विनाशक, पनाह, ताल तथा ग़दर आदि के दृश्यों को यहां फिल्माने के बाद भी सरकार ने इस क्षेत्र को पर्यटन की दृष्टि से विकसित नहीं किया। इसी के चलते कोई भी बॉलीवुड फिल्म निर्माता दशकों से यहां शूटिंग करने नहीं आया। गर्मियों के दिनों में मैदानी राज्यों में पड़ती गर्मी के चलते कुदरती हुस्न से लबरेज जोत क्षेत्र (Jot area) में हर साल पर्यटन सीजन जोरों पर रहता है। चुवाड़ी और चंबा के बीच स्थित जोत का क्षेत्र भी आधा चंबा और आधा चुवाड़ी थाना क्षेत्र आते हैं तो वहीं जोत का विकास भी मंझधार में है।
यही वजह है करीब आधा दर्जन बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग के बाद कई साल से यहां कोई शूटिंग टीम (Shooting team) नहीं आई। यहां पीने का पानी तक सरकार सही ढंग से उपलब्ध नहीं करवा पायी है तो वहीं, सार्वजनिक शौचालय में सफाई की हालत खस्ता होने से सैलानियों और विशेष तौर पर महिलाओं को समस्या आती है। यहां लगे हैंडपंप को भी गत वर्ष अज्ञात शरारती तत्वों ने तोड़ दिया था तो वहीँ सार्वजनिक नल में भी पानी अपने समय पर आता है। लोगों को करीब 6 किलोमीटर दूर से पैदल तो व्यवसायियों को वाहनों में पानी ढोना पड़ता है।
पर्यटन (Tourism) की बढ़ावा देने की सूरत में उठाये कदम नाकाफी हैं वर्ना यहां आने वाले पर्यटक यहां ठहराव भी कर सकता है। यहां बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी दिखती है। यहां एटीएम जैसी सुविधाओं की भी मांग रही है मगर किसी भी बैंक ने अब तक यहां अपनी शाखा खोलने में दिलचस्पी नहीं दिखाई है। पार्किंग की व्यवस्था न होने के कारण यहां कई बार यातायात तक प्रभावित हो जाता है। पर्यटन की दृष्टि से जोत क्षेत्र की हमेशा अनदेखी हुई है वर्ना कई हिट बॉलीवुड फ़िल्में जैसे हिमालय पुत्र, विनाशक, पनाह,ताल तथा ग़दर आदि यहां शूट हो चुकी हैं। मगर सुविधाओं की कमी का खामियाजा भुगत रहे जोत में एक दशक से किसी फ़िल्म निर्माता ने दस्तक नहीं दी हैं।
बुनियादी सुविधाओं की कमी ने इस क्षेत्र को अधूरा ही रखा जबकि पर्यटन फले-फूले तो यहां व्यवसाय (Business) के खूब अवसर हैं। सड़कों तक की हालत खस्ता है तो वहीँ जोखिम भरे सिंगल रोड पर पर्यटक वाहनों को दिक्कत आती है। यहां की सड़कों के खस्ता हाल होने के कारण टूरिस्ट कम आ रहे है तो वहीं एक ही ट्रांसफार्मर से सभी बिजली कनेक्शन दिए गए हैं। चुवाड़ी से जोत तक सड़क किनारे पैराफिट न होने से कई हादसे हुए हैं। स्थानीय लोग चाहते हैं कि यहां पर्यटन सुविधाएं मुहैया करवाए ताकि स्वरोजगार के साथ लोगों की आर्थिकी सुधर सके। लिहाजा जरूरत है जोत को विकसित करने की ताकि यहां पर्यटन का ग्राफ बढ़ सके।
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