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नई दिल्ली। खोया हुआ फोन ढूंंढने में अब आपको कड़ी मशक्कत करने की जररूत नहीं पड़ेगी। अब सरकार ऐसी तकनीक लागू करने जा रही है, जिसके चलते देशभर में इस्तेमाल किए जा रहे चोरी के फोन अपने आप ही ट्रैक हो सकेंगे। इस ट्रैकिंग सिस्टम की खास बात रहेगी कि फोन से सिम कार्ड निकाल देने या IMEI नंबर बदल देने के बाद भी फोन को ट्रैक किया जा सकेगा। इस तकनीक को सेंटर फॉर डिवेलपमेंट ऑफ टेलीमैटिक्स(सी-डॉट) ने तैयार किया है। इस नए सिस्टम के अगले माह तक लॉन्च किए जाने की संभावना जताई जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार दूर संचार विभाग ने जुलाई, 2017 में सी-डॉट (C-DoT) को मोबाइल ट्रैकिंग प्रोजेक्ट ‘सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CEIR) सौंपा था। इसका उद्देश्य मोबाइल फोन की चोरी और नकली फोन के धंधे को रोकना था। सरकार ने देश में CEIR सेट-अप करने के लिए 15 करोड़ रुपए आवंटित करने का प्रस्ताव दिया था। CEIR सिस्टम चोरी किए गए या गुम हुए फोन पर मौजूद सभी तरह की सेवाओं को ब्लॉक कर देगा। फिर चाहे सिम कार्ड हटा दिया जाए या फोन का IMEI नंबर बदल दिया जाए। यह सभी मोबाइल ऑपरेटर्स के IMEI डाटाबेस को कनेक्ट करेगा। यह सभी नेटवर्क ऑपरेटर्स के लिए सेंट्रल सिस्टम की तरह काम करेगा, जहां वे ब्लैक लिस्ट किए हुए मोबाइल टर्मिनल को शेयर कर सकेंगे ताकि किसी भी नेटवर्क में ब्लैकलिस्ट की गई डिवाइस दूसरे नेटवर्क में काम न करे, फिर चाहे सिम कार्ड क्यों न बदल दिया जाए। इस प्रोजेक्ट की शुरुआत 2017 में की गई थी। महाराष्ट्र में इसका ट्रायल किया गया था। ट्रायल में यह प्रोजेक्ट सफल रहा। इसके बाद अब इसको राष्ट्रीय स्तर पर लागू करने की तैयारी चल रही है।
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