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कोरोना संकट के बीच सरकार ने दिया हजारों वेंटिलेटर का ऑर्डर, ऑटोमोबाइल कंपनियों को भी सौंपा जिम्मा
Last Updated on March 30, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप के बीच स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि एक पीएसयू (सार्वजनिक उपक्रम) को 10,000 वेंटिलेटर (ventilator) प्रदान करने का ऑर्डर दिया है। भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (बीईएल) से भी 1-2 महीनों में 30,000 अतिरिक्त वेंटिलेटर खरीदने का अनुरोध किया गया है। उन्होंने कहा कि लगभग 1।4 लाख कंपनियों के कर्मचारी घर से काम कर रहे हैं। बता दें कि भारत में मात्र 40 हजार वेटिंलेटर है, जिन पर गंभीर मरीजों का उपचार किया जाता है।
देश में वेंटिलेटर की उपलब्धता के बारे में यह अनुमान इंडियन सोसायटी ऑफ क्रिटिकल केयर का है। कई विशेषज्ञ मानते हैं कि अस्पतालों में सघन जांच केंद्रों की इतनी संख्या कोरोना के गंभीर मरीजों को उपचार दिलाने के लिए अपर्याप्त हो सकती है। ऐसे में सरकार ने इसी बात को ध्यान में रखते हुए हजारों की संख्या में वेंटिलेटर का ऑर्डर दिया है। इसके अलावा स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने ऑटोमोबाइल मैन्युफैक्चरर्स को भी वेंटिलेटर्स बनाने को कहा है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, ‘ऑटोमोबाइल कंपनियों ने इस संबंध में काम करना शुरू कर दिया है। भारत इलेक्ट्रॉनिक लिमिटेड को अगले दो महीनों में लोकल मैन्युफैक्चरर्स के साथ मिलकर 30 हजार वेंटिलेटर्स बनाने हैं। अभी देश के अलग अलग अस्पतालों में 14 हजार से ज्यादा वेंटिलेटर्स कोरोना के मरीजों के लिए उपलब्ध हैं।’ रिपोर्ट्स के अनुसार नोएडा के Agva healthcare को एक महीने में 10 हजार वेंटिलेटर बनाने हैं। अप्रैल के दूसरे हफ्ते से इनके वेंटिलेटर्स की सप्लाई शुरू हो जाएगी।
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