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शिमला। हिमाचल राजकीय अध्यापक संघ जि़ला शिमला टीचर्स-डे को काला दिवस के रूप में मनाएगी। शिक्षकों की मांगों को न मानने व लगातार टरकाने के कारण संघ ने यह निर्णय लिया है। राजकीय अध्यापक संघ जिला शिमला के प्रधान महावीर कैंथला, महासचिव सतनाम खगटा सहित अन्य पदाधिकारियों ने एक संयुक्त बयान में कहा है कि प्रदेशाध्यक्ष वीरेंद्र चौहान के आह्वान पर जिला शिमला इकाई जिले के सभी स्कूलों में शिक्षक दिवस के अवसर पर सभी अध्यापक अपनी-अपनी पाठशालाओं में काले बिल्ले लगाकर सरकार के खिलाफ रोष प्रकट करेंगे। इससे पूर्व संघ के राज्य प्रधान वीरेंद्र चौहान ने इस बाबत शिक्षा सचिव, निदेशक उच्चतर शिक्षा व निदेशक प्रारंभिक शिक्षा को ई.मेल के द्वारा सूचित कर दिया है।
महावीर कैंथला के अनुसार गत 17 अप्रैल 2018 को राज्य प्रधान वीरेंद्र चौहान के नेतृत्व में संघ की कार्यकारिणी की शिक्षा सचिव अरुण शर्मा से व 1 मई 2018 को शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज से अपनी 48 सूत्रीय मांगों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई थी और शिक्षा मंत्री ने अधिकांश मांगो को मानने का आश्वासन दिया था।
लेकिन आज दिन तक न तो सरकार के द्वारा कोई अधिसूचना जारी हुई है और न ही सरकार की नीयत ठीक लग रही है । खराब रिजल्ट के कारण अध्यापकों की वेतनवृद्धि रोकी जा रही है जिसके तहत विभाग ने 38 प्रवक्ताओं की वेतन वृद्धि रोकने के आदेश 27 अगस्त 2018 को जारी कर दिए हैं जो कि सरासर गलत व अन्यायपूर्ण है।
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