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कोरोना ने किया बेसहारा, फतेहपुर के इन भाई-बहन के लिए सरकार बनी सहारा
धर्मशाला। कोरोना ने कई बच्चों के सिर से मां-बाप का साया छीन लिया है। ऐसे ही कोविड-19 महामारी के कारण अनाथ हुए बच्चों के भविष्य के संरक्षण के लिए सरकार और महिला बाल विकास विभाग पूरी मदद कर रहा है। फतेहपुर ब्लॉक (Fatehpur Block) की एक पंचायत में कोरोना के चलते बेसहारा हुए भाई-बहन की देखभाल के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग (Women and Child Development Department) की ओर से आर्थिक मदद स्वीकृत की गई है। भाई दसवीं कक्षा का विद्यार्थी है जबकि बहन दस वर्ष की है। इन बच्चों की माता का देहांत कोविड के चलते 29 अप्रैल को हुआ जबकि पिता का देहांत कोविड के चलते ही पांच मई को हुआ है।
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इन बच्चों की धातृ देखभाल के लिए प्रतिमाह 2500-2500 की आर्थिक सहायता (Financial help) प्रदान की जाएगी जिसमें पांच सौ-पांच सौ रुपये प्रतिमाह जमा करवाए जाएंगे। डीसी राकेश प्रजापति ने बताया कि महिला बाल एवं विकास विभाग ने अनाथ, बेसहारा व दिव्यांग बच्चों को संरक्षण, शिक्षा तथा आर्थिक मदद प्रदान करने का प्रावधान किया है जिसमें संस्थागत देखभाल में संरक्षण, पोषण, स्वास्थ्य, शिक्षा एवं मनोरंजन की सुविधाएं प्रदान की जाती हैं जबकि गैर संस्थागत, धातृ देखरेख में आर्थिक सहायता प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि कोविड महामारी के चलते बेसहारा हुए फतेहपुर ब्लॉक की एक पंचायत के भाई-बहन के संरक्षण के लिए परिवार के अन्य सदस्यों ने हामी भरी है जिसके चलते उनकी देखभाल के लिए महिला बाल विकास विभाग की ओर से प्रतिमाह 2500-2500 की आर्थिक मदद प्रदान की जाएगी।
डीसी राकेश प्रजापति (DC Rakesh Prajapati) ने बताया कि कांगड़ा जिला में वर्तमान में पांच बाल देखभाल संस्थान तथा एक खुला आश्रम गृह है। इन बाल देखभाल संस्थानों में इस समय कुल 121 अनाथ, बेसहारा, दिव्यांग तथा यौन उत्पीड़ित बच्चे हैं जिन के लिए संरक्षण, पौषण, स्वास्थ्य, शिक्षा, मनोरंजन व अन्य सुविधाएं प्रदान की जा रही हैं। जिला कार्यक्रम अधिकारी रणजीत सिंह ने बताया कि नाबालिग बच्चों की देखभाल एवं संरक्षण प्रदान करने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग हिमाचल प्रदेश के अंतर्गत जिला बाल संरक्षण कार्यालय, बाल कल्याण समिति तथा चाइल्ड हेल्पलाइन को तुरंत सूचित करें ताकि ऐसे बेसहारा बच्चों को समय पर संरक्षण एवं सुरक्षा प्रदान की जा सके। ऐसे बच्चों से संबंधित सूचना चाइल्ड हेल्पलाइन नंबर 1098 पर दी सकती है। जिला कार्यक्रम अधिकारी 98052-86880 तथा बाल कल्याण समिति 98162-76674 पर भी सूचना दी सकती है।