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सेवादार के सहारे चल रही PHC ट्रहाई, चार साल से सरकार नहीं भर पाई कोई पद
Last Updated on January 19, 2020 by Deepak
शिमला। प्रदेश सरकार ने चार साल पहले शिमला जिला के मशोबरा ब्लॉक के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ट्रहाई (पीएचसी) का उद्घाटन तो कर दिया। लेकिन यहां चिकित्सकों और पैरा मेडिकल स्टाफ (para-medical staff) के पद भरना शायद सरकार भूल गई है। स्थानीय स्तर पर विभाग द्वारा रखे गए सेवादार द्वारा ही इस पीएचसी (PHC) का संचालन किया जा रहा है। जिसके चलते क्षेत्र के लोग अपने आप को ठगा सा महसूस कर रहे हैं। लोगों का कहना है कि इस पीएचसी में डॉक्टर के महीने में कभी कभार ही दर्शन होते हैं जिसे विभाग शायद डेपुटेशन पर भेजते हैं। हालांकि लोगों ने यह मुद्दा 11 अगस्त 2019 को कोटी में आयोजित जनमंच में भी रखा था।
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जहां विधानसभा उपाध्यक्ष हंस राज ने 15 दिन के भीतर इस समस्या के समाधान का आश्वासन दिया था लेकिन उसके बाद भी समस्या ज्यों की त्यों ही बनी हुई है। लोगों को छोटी-छोटी बीमारियों के उपचार के लिए भी राजगढ़ और सोलन जाना पड़ता है। जिसमें लोगों का समय और पैसा बर्बाद होता है। बता दें कि 16 अप्रैल 2016 को इस पीएचसी (PHC) का उद्घाटन तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री कौल सिंह ठाकुर ने किया था और पीएचसी के भवन निर्माण के लिए 15 लाख भी स्वीकृत किए गए थे। लोगों ने बताया कि इस पीएचसी को चलाने के लिए डॉक्टर के अलावा कोई स्टाफ नर्स व फार्मासिस्ट नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस पीएचसी से इस क्षेत्र की चार पंचायतों को लाभ मिल सकता था लेकिन विभाग के उदासीन रवैये से यह पीएचसी केवल कागजों तक ही सीमित रह गई है। वहीं इस बारे में सीएमओ शिमला डॉ. जितेन्द्र चौहान ने बताया कि पीएचसी में स्टाफ को स्वास्थ्य मंत्री द्वारा भरा जाना है। उनके पास स्टाफ भरने की शक्तियां नहीं है और वह बीएमओ मशोबरा को डेपुटेशन पर स्टाफ भेजने को कहेंगे।