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GS Bali: कांगड़ा। वीरभद्र सरकार में तकनीकी शिक्षा मंत्री जीएस बाली के बोल आज बदले-बदले नजर आए। पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा शिमला में हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज के शिलान्यास अवसर पर बतौर तकनीकी शिक्षा मंत्री मौजूद रहे जीएस बाली तो मोदी की तारीफों के पुल बांधने से भी पीछे नहीं हटे। इसी कड़ी में बाली आज अपनी ही पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सुखविंद्र सिंह सुक्खू से उलट बोल बोलते रहे।
सुक्खू ने बीते कल मोदी के शिमला दौरे के तत्काल बाद प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए उन्हें सपने बेचने वाला बताया था। जबकि आज बाली पत्रकारों से मुखातिब हुए तो वह यह कहकर बचते रहे कि सुक्खू ने जो कहा वह इन कैपेसिटी ऑफ ऑरगेनाइजेशन है जबकि मैंने जो पत्रकार वार्ता की वो एक मंत्री को तौर पर है। यानी बाली यहां मोदी की तरफदारी में जुटे दिखे। उनका कहना था कि मोदी ने हाइड्रो इजीनियरिंग कॉलेज का जो शिलान्यास किया है उसके लिए मैं यहां गर्वमेंट की कैपेसिटी में बोलते हुए उनका धन्यवाद कर रहा हूं।
खैर, बाली शिमला से कांगड़ा पहुंचते ही सीधे पत्रकारों से मुखातिब हुए और हाइड्रो इजीनियरिंग कॉलेज के शिलान्यास की बात को छेड़ बैठे। बाली ने कहा कि बिलासपुर में बनने वाले हाइड्रो इंजीनियरिंग कॉलेज का शिलान्यास गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी ने किया। इसके लिए पिछले साढ़े चार साल से प्रयास किए जा रहे थे, लेकिन इसमें स्टेक ऑर्डर थे, कई बार एमओयू हुए परन्तु कार्य शुरू न हो सका।
मगर लगातार सबका साथ मिलने से सार्थक परिणाम सामने आए और यह संभव हो सका। इस कार्य में तकरीबन 125 करोड़ रुपए की लागत आएगी, जिसमें से 75 करोड़ रुपए बिल्डिंग फंड के लिए रखे गए हैं। इस कार्य हेतु गवर्निंग बॉडी का गठन भी कर दिया गया है, जिसमें प्रदेश सरकार के 4 व केंद्र सरकार के 4 अधिकारी हैं। इस कॉलेज के लिए बिलासपुर के बंदला में 62.8 बीघा जमीन भी मुहैया करवा दी गई है। इस कार्य को तुरंत शुरू करवाने के आदेश भी जारी कर दिए गए हैं। इसके साथ ही यह भी आदेश दिए गए हैं कि सिविल और इलेक्ट्रीकल इंजीनियरिंग की क्लासेस किसी दूसरे कैंपस में इसी सत्र से शुरू की जाएंगी। इसके साथ ही बाली ने कहा कि इस प्रोजेक्ट में nhpc और ntpc की 75 करोड़ रुपए की भागीदारी है।
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