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Private Schools के खिलाफ Shimla के अभिभावक, 9 April से छेड़ेंगे जंग
Update: Saturday, April 7, 2018 @ 11:58 AM
Private Schools shimla: शिमला। राजधानी में Private Schools की मनमानी के खिलाफ शिमला नागरिक सभा ने मोर्चा खोल दिया है। सभा के आह्वान पर जुटे अभिभावकों ने यहां एक स्वर में निजी स्कूलों द्वारा की जा रही भारी फीस बढ़ोतरी और टैक्सियों की लूट पर रोष जताया और इसके खिलाफ आवाज बुलंद करने को छात्र-अभिभावक मंच का गठन किया। साथ ही ऐलान किया कि इस मंच के बैनर तले 9 अप्रैल को यहां धरना प्रदर्शन किया जाएगा। इसके बाद हर स्कूल के बाहर मंच प्रदर्शन करेगा।

शिमला नागरिक सभा के बैनर तले जुटे अभिभावकों ने Private Schools में वसूली जा रही भारी फीस और हर साल इसमें की जा रही बढ़ोतरी पर नाराजगी जताई। यहां हुई आमसभा में अभिभावकों ने कहा कि Private Schools पर सरकार को शिकंजा कसना चाहिए और इनके सही संचालन के लिए रेगुलेटरी कमीशन का गठन किया जाए। एसके तहत जहां फीसों का निर्धारण किया जाना चाहिए, वहीं टैक्सियों की सेवाओं को ठीक किया जाए और प्रवेश प्रक्रिया को भी पारदर्शी बनाया जाए।
Private Schools पर Govt का कोई चैक नहीं
शिमला नागरिक सभा के अध्यक्ष विजेंद्र मेहरा ने कहा कि राजधानी में खुले Private Schools में भारी फीस वसूली जा रही है और इसमें हर साल बेतहाशा वृद्धि की जा रही है। उन्होंने कहा कि इन पर किसी प्रकार का कोई चैक सरकार का नहीं है। राजधानी में भारी संख्या में Private Schools खुले हैं और इनमें लोगों को बच्चे पढ़ रहे हैं, और अभिभावक इन स्कूल प्रबंधन के हाथों छले जा रहे हैं। उनका कहना था कि इस पर रोक लगनी चाहिए और इसके लिए सरकार को आगे आना होगा। मेहरा ने मांग की कि सरकार को Private Schools पर नियंत्रण करने को रेगुलेटरी कमीशन का गठन करना चाहिए और इनके माध्यम से इन पर नकेल कसी जानी चाहिए, इनकी मनमानी रुके। उनका कहना था कि आज Private Schools में बच्चों को भेजने को इस्तेमाल की जा रही टैक्सियों के दामों भी भारी बढ़ोतरी की गई है और इस पर भी कोई चैक नहीं है। उन्होंने कहा कि आज सभा के बैनर तले जुटे अभिभावकों का एक मंच बना है और वह 9 अप्रैल को यहां DC Office के बाहर धरना देकर अपनी मांगों को लेकर आवाज बुलंद करेगा। उन्होंने कहा कि यदि फिर भी उनकी सुनवाई न हुई तो आने वाले दिनों में हर स्कूल के बाहर प्रदर्शन किए जाएंगे।