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गुजरात के CM विजय रुपाणी ने दिया इस्तीफा, इनको मिल सकती है CM की कुर्सी
Last Updated on September 11, 2021 by Deepak
अहमदाबाद। गुजरात से एक बड़ी खबर सामने आ रही है। गुजरात के सीएम विजय रूपाणी (CM Vijay Rupani) ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा राज्यपाल आचार्य देवव्रत को सौंपा। इस्तीफे के बाद उन्होंने कहा कि मैं भारतीय जनता पार्टी के प्रति आभार व्यक्त करता हूं कि मेरे जैसे एक पार्टी कार्यकर्ता को गुजरात के मुख्यमंत्री पद की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी। मुख्यमंत्री के रूप में मिले इस दायित्व को निभाते हुए मेरे कार्यकाल के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी का विशेष मार्गदर्शन मिलता रहा है, जिसके लिए मैं पीएम मोदी का आभारी हूं। वहीं, आज रात विधायक दल के बैठक के बाद सीएम के नाम पर फैसला लिया जाएगा। सूत्रों का कहना है कि नितिन पटेल, केंद्रीय मंत्री मनसुख मंडाविया, सीआर पाटिल सीएम पद की दौड़ शामिल में हैं। इन सब नामों में मनसुख मंडाविया का नाम फिलहाल सबसे आगे चल रहा है।
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रूपाणी ने पीएम मोदी और जनता का जताया आभार
रुपाणी ने बोले कि ‘प्रधानमंत्री के नेतृत्व एवं मार्गदर्शन में गुजरात ने समग्र विकास तथा सर्वजन कल्याण के पथ पर आगे बढ़ते हुए नए आयामों को छुआ है। गुजरात के विकास की यात्रा में गत पांच वर्षों में मुझे भी योगदान करने का जो अवसर मिला, उसके लिए प्रधानमंत्री का आभार प्रकट करता हूं। मेरा मानना है कि अब गुजरात के विकास की यह यात्रा प्रधानमंत्री के नेतृत्व में एक नए उत्साह व नई उर्जा के साथ नए नेतृत्व में आगे बढ़नी चाहिए। यह ध्यान रखकर मैंने गुजरात के मुख्यमंत्री पद के दायित्व से त्यागपत्र दे रहा हूं। मैं गुजरात की जनता के प्रति भी आभार व्यक्त करता हूं कि पिछले पांच वर्षों में हुए उपचुनाव हों चाहे स्थानीय निकाय के चुनाव हों, पार्टी और सरकार को गुजरात की जनता का अभूतपूर्व समर्थन, सहयोग और विश्वास मिला है। गुजरात की जनता का विश्वास भारतीय जनता पार्टी की ताकत भी बनी है और मेरे लिए लगातार जनहित में काम करते रहने की ऊर्जा भी रहा है।’
सीएम से नाराज चल रहे थे कई विधायक
अहमदाबाद और गांधीनगर की सियासी गलियारों से अक्सर सुर्खियां बन रही थी कि बीजेपी विधायक सीएम से नाराज चल रहे थे। बीजेपी विधायकों में विजय रूपाणी को लेकर नाराजी सेंटर आलाकमान तक पहुंच गई थी, जिसके चलते खुद गृहमंत्री अमित शाह 28 अगस्त से तीन दिवसीय दौरे पर गुजरात गए हुए थे। इस दौरान उन्होंने विकास कार्यों की समीक्षा भी की थी।
2022 में होने वाले हैं विधानसभा चुनाव
गौरतलब है कि गुजरात में अगले साल चुनाव होने वाले हैं। इसको देखते हुए बीजेपी की चुनावी रणनीति एंटी इनकंबेंसी को रोकने की है। रूपाणी को हटाकर बीजेपी राज्य में मैसेज देना चाहती है कि काम के नाम पर ही बीजेपी में पद दिए जाते हैं। कोरोना के दौरान सरकार के खिलाफ गुजरात में माहौल बना। अहमदाबाद और सूरत से कई वीभत्स तस्वीरें सामने आई। जिसने सरकार की नाकामियों की पोल खोल दी थी, इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए बीजेपी ने गुजरात में भी चेहरा बदला है। आपको बता दें कि बीजेपी इससे पहले उत्तराखंड, कर्नाटक में भी सीएम को बदल चुकी है। साथ ही सियासी गलियारों में नामों को लेकर भी हलचल तेज हो गई है।
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