-
Advertisement
इस शख्स से सीखें, कैसे ठग से बचाए अपने 90 हजार रुपए
नई दिल्ली। इंटरनेट (Internet) के बढ़ते इस्तेमाल के साथ साइबर क्राइम के मामलों में भी काफी इजाफा हुआ। फ्री और सस्ते के लालच में लोग अच्छी खासी रकम से हाथ धो बैठते हैं। हैकर्स (Hackers) के पास लोगों को लूटने के कई सारे जरिए है, जिनमें से एक वॉट्सऐप (Whatsapp) भी है। हम आपको एक ऐसे किस्से के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसमें एक शख्स ने अपनी सर्तकता से 90 हजार बचा लिए। दुनिया में वॉट्सऐप सबसे लोकप्रिय मैसेजिंग ऐप (Messaging app) है। आइए बताते है कि कैसे इस शख्स ने अपने पैसे बचाए।
यह भी पढ़ें: अब व्हाट्सएप में जल्द ऐड होगा नया फीचर, जानें क्यों हुआ ये बदलाव
वॉट्सएप पर आया ऐसा मैसेज
वॉट्सएप ऑनलाइन फ्रॉड्स (Online Frauds) का एक बहुत कॉमन जरिया है। आपको अकसर यह हिदायत दी जाती है कि यदि आप सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म्स को इस्तेमाल करते समय सतर्क रहेंगेए तो आप इस तरह के फ्रॉड्स का शिकार नहीं बनेंगे। हाल ही में इंग्लैंड (England) के रहने वाले एक नागरिक माइकल ग्रिफिथ्स ने अपनी चालाकी और सूझबूझ से अपने 90 हजार रुपए बचा लिए। तो कहानी शुरू हुई एक वॉट्सएप मैसेज से जो माइकल के पास एक अनजान नंबर से आया और मैसेज में लिखा था कि ये मैसेज उनकी सौतेली बेटी सोफी कर रही है, क्योंकि सोफी का फोन खो गया है। यहां माइकल ने नंबर को सेव करते हुए मैसेज भेजने वाले की बात मान ली। फिर इस नंबर से कुछ और मैसेजेज के बाद एक और मैसेज आया कि सोफी को एक बिल का पेमेंट करना है और नए फोन में बैंक डिटेल्स (Bank Detail) नहीं है, इसलिए माइकल पैसे दे दें।
इस मैसेज से बजी शक की घंटी
यहां भी यह विश्वास करते हुए कि वो उनकी बेटी ही हैए माइकल ने पैसे ट्रांसफर करने के लिए अपनी बेटी से बैंक डिटेल्स मांगे। सामने वाले नंबर से जब नए बैंक डिटेल्स और साथ में यह मैसेज आया कि एक नया बैंक अकाउंट (Bank Account) बनाया गया है। यहां माइकल को दाल में कुछ काला लगा और फिर उन्होंने खोए हुए नंबर को ढूंढने के लिए फोन मिलाने का सुझाव दिया। इस सुझाव पर हैकर ने घबराकर मैसेज किया कि फोन की बैटरी डेड है, इसलिए ऐसा करने का कोई फायदा नहीं होगा।
इस रिप्लाइ ने बचाए हजारों रुपए
हैकर इस वॉट्सएप स्कैम को जारी रखने की पूरी कोशिश कर रहा था और फिर उसने माइकल को मैसेज किया कि वो करीब 900 पाउंड (करीब 90 हजार रुपए) अगले 30 मिनट के अंदर ट्रांसफर कर दें। इस मैसेज पर माइकल ने अपनी बेटी का मिडल नेम पूछा, जिससे हैकर घबरा गया। जब हैकर ने पूछा कि आप ये सवाल क्यों पूछ रहे हैं तो माइकल ने कहा कि पैसे भेजने से पहले मैं कन्फर्म करना चाहता हूं कि तुम मेरी बेटी ही हो या नहीं। माइकल (Mickel) के इस मैसेज पर हैकर ने हार मान ली और फिर दोबारा मैसेज नहीं किया। माइकल की कहानी एक मिसाल है, जिससे हम सबको सीखना चाहिए कि ऑनलाइन फ्रॉड्स किसी के साथ भी हो सकते हैं और इनसे बचने के लिए हमें अपना दिमाग, आंख और कान सब खुला रखना चाहिए।