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शिमला। दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट (Tees Hazari Court) परिसर में बीते शनिवार को वकीलों और पुलिस के बीच का विवाद अब तुल पकड़ता नजर आ रहा है। जिसका असर हिमाचल में भी दिखने लगा हैा सोमवार को प्रदेश की राजधानी समेत हमीरपुर और मंडी के सभी वकीलों ने तीस हजारी कोर्ट के वकीलों का समर्थन करते हुए अपना काम.काज ठप्प कर दिया है और सभी मामलों की पैरवी करने से आज दिनभर किनारा कर लिया है।
शिमला में सोमवार को प्रदेश हाईकोर्ट बार एसोसिएशन व शिमला जिला बार एसोसिएशन द्वारा अदालतों का बहिष्कार किया गया। जिसके चलते आज प्रदेश हाईकोर्ट व जिला अदालतों में कार्य प्रभावित रहा। प्रदेश हाई कोर्ट बार एसोसिएशन की आपातकालीन बैठक बुलाई गई। जिसमें कि दिल्ली पुलिस द्वारा किए गए कृत्य की घोर निंदा की गई और तीस हजारी कोर्ट के वकीलों के साथ हुई मारपीट के लिए जिम्मेदार पुलिस कर्मियों के खिलाफ कानूनी तौर पर कार्यवाही की जाने की मांग की गई।
हमीरपुर बार काउसिंल (Bar Council) के उपाध्यक्ष (vice president) अमित शर्मा ने कहा कि दिल्ली की तीस हजारी कोर्ट में हुई पुलिस की बर्बरता के चलते आज दिनभर सभी वकीलों ने कामकाज को ठप करते हुए दिल्ली के वकीलों का समर्थन किया है। वहीं हिमाचल प्रदेश के बार काउसिंल मैंबर रोहित शर्मा ने दिल्ली में हुई घटना की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि यह वकीलों पर हमला नहीं बल्कि लोकतंत्र पर हमला है।
मंडी में वकीलों ने शहर में रैली निकाली और जोरदार नारेबाजी की। वकीलों का कहना है कि दिल्ली में पुलिस ने कुछ वकीलों पर हमला किया और उनकी गाड़ियों को तोड़ा है जिसे किसी भी लिहाज से बर्दाशत नहीं किया जा सकता। दिल्ली पुलिस को गलत ठहराते हुए बार एसोसिएशन जिला मंडी के प्रधान दिनेश शर्मा ने बताया कि दिल्ली पुलिस ने दिल्ली बार एसोसिएशन के कुछ सदस्यों पर हमला किया और बिना किसी सूचना गोलियां भी दागी। इसके खिलाफ बार एसोसिएशन ऑफ इंडिया के आहवान पर आज अदालती कार्यवाही का बहिष्कार किया गया है। उन्होंने कहा कि दिल्ली पुलिस ने हिटलर वाला रवैया अपनाया हुआ है। इन्होंने मांग की है कि केंद्र सरकार लॉयर्स प्रोटेक्शन एक्ट को तुरंत प्रभाव से लागू करे जिससे वकीलों पर दिनदिहाड़े हो रहे हमलों पर अंकुश लगाया जा सके। बार एसोसिएशन ने हाईकोर्ट से आग्रह है कि कोर्ट परिसर में सीसीटीवी कैमरा स्थापित किए जाएं ताकि वकीलों पर हमला करने वाले और कामकाज बाधित करने वालों शिकंजा कसा जा सके।
बता दें बीते शनिवार दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट परिसर में पार्किंग को लेकर पुलिस और वकीलों में विवाद इतना बढ़ गया था, पुलिस और वकीलों के बीच मारपीट होने के साथ-साथ वाहनों आगजनी की घटना भी सामने निकल कर आई थी। जिसके चलते आज पूरे देश भर में वकीलों ने कामकाज का बहिष्कार कर अपना रोष प्रकट किया है। और सभी वकील इस मामले की पूरी तरह से निष्पक्षता से जांच की मांग कर रहे है।
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