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हरिद्वार। उत्तराखंड (Uttarakhand) पुलिस ने उत्तर प्रदेश से सटी हरिद्वार ज़िले की सीमा कोविड-19 (Covid-19) मामलों के मद्देनज़र 20 जुलाई तक सील (Seal) कर दी है। एसएसपी सेंथिल अबुदई ने बताया कि सोमवती अमावस्या (Somvati Amavasya) पर नदी में डुबकी लगाने और घाटों पर स्नान की अनुमति नहीं होगी। इस फैसले के बाद अब सोमवती अमावस्या पर दूसरे राज्यों से आने वाले भक्तगण घाटों और नदियों पर डुबकी नहीं लगा पाएंगे। स्थानीय लोगों को भी इस दिन गंगा स्नान करने की अनुमति नहीं दी गई है। गंगा घाटों पर स्थानीय और श्रद्धालु एकत्रित हो सके, इसके लिए धारा 144 लगाई गई है।
एसएसपी ने आगे बताया कि कोविड-19 के खतरे के चलते हरिद्वार की उत्तर प्रदेश से लगने वाली सीमा को बंद कर दिया गया है ताकि लोगों की आवाजाही कम हो और संक्रमण के फैलाव को रोका जा सके। सोमवती अमावस्या के स्नान को लेकर हरिद्वार जिले में 19 और 20 जुलाई को धारा 144 लागू रहेगी। उत्तराखंड में कोरोना संक्रमितों के हर रोज नए मामले आ रहे हैं। ऐसे में लोगों की भीड़ ना जुटे इसके लिए दो दिन तक हरिद्वार के बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है। शुक्रवार को पूरे उत्तराखंड में कोरोना वायरस से 120 नए मामले सामने आए हैं। जिसके बाद पूरे राज्य में कोविड-19 के मामले 4100 के पार हो गए हैं। जबकि अब तक 3021 मरीज ठीक हो चुके हैं।
राज्य सरकार ने हर हफ्ते शनिवार व रविवार को लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है। कुछ दिन पहले कांवड़ यात्रा को लेकर भी ऐसा ही आदेश सुनाया गया था। उत्तराखंड सरकार ने कांवड़ यात्रा पर रोक लगाते हुए निर्देश दिया था कि यात्री गंगा नदी से जल नहीं उठा सकेंगे। सावन महीने में कांवड़ियों की भीड़ को देखते हुए यह फैसला लिया गया। प्रदेश सरकार द्वारा जारी किए गए इस आदेश में कहा गया कि कोई कांवड़ियां चोरी-छिपे हरिद्वार आता है तो उसे 14 दिन के लिए क्वारंटाइन कर दिया जाएगा। यह भी कहा गया कि क्वारंटाइन का खर्च उसी व्यक्ति को उठाना पड़ेगा। सरकार ने ऐसे लोगों को हरिद्वार न आने की सलाह दी।
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