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55 साल बाद एक बार फिर #Punjab से अलग होगा हरियाणा, शुरू हुई यह प्रक्रिया; जानें
Last Updated on October 23, 2020 by Deepak
चंडीगढ। हरियाणा को पंजाब (Punjab) से अलग हुए 55 साल हो गए हैं। लेकिन अब एक बार फिर हरियाणा (Haryana) पंजाब से अलग होने जा रहा, जिसके लिए जरूरी प्रक्रिया को भी शुरू किया जा चुका है। दरअसल, अलग राज्य बनने के करीब 55 साल बाद हरियाणा ने अपने कानूनों से ‘पंजाब’ शब्द हटाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। राज्य सरकार ने करीब 237 अधिनियमों से ‘पंजाब’ शब्द हटाने के लिए राज्य विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता की पहल पर एक समिति गठित की है। गुप्ता ने 24 सितंबर को राज्य सरकार के अधिकारियों और विधानसभा सचिवालय के अधिकारियों के साथ इस सिलसिले में एक बैठक की थी।
काफी समय से उठ रही थी हरियाणा नाम जोड़ने की मांग
हरियाणा गठन के बाद अभी तक भी हरियाणा में पंजाब के ही कानून चल रहे हैं। राज्य सरकार ने कमेटी के गठन को लेकर हरियाणा विधान सभा सचिवालय को सूचित कर दिया है। राज्य सरकार ने हरियाणा विधानसभा सचिवालय को बताया है कि समिति अपनी रिपोर्ट राज्य के मुख्य सचिव विजय वर्द्धन को एक महीने के अंदर सौंपेगी। वर्द्धन की ओर से जारी एक आदेश में कहा गया है, ‘राज्य के लोग कानूनों में बदलाव करने और हरियाणा नाम जोड़ने की मांग कर रहे हैं।’ अधिकारियों के मुताबिक, ज्यादातर अधिनियम राजस्व और पुलिस विभाग से संबंधित हैं तथा उनमें ‘पंजाब’ शब्द शामिल है।
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बता दें कि पंजाब पुनर्गठन अधिनियम के तहत अविभाजित पंजाब से काट कर एक नवंबर 1966 को एक अलग राज्य के रूप में हरियाणा का गठन किया गया था लेकिन कई कानून तब से लेकर अभीतक पंजाब के ही चल रहे है जिन्हें बदलने की तैयारी शुरू हो गई है।