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शरणार्थी तिब्बती बच्चों के लिए Haryana ने दिखाया बड़ा दिल,मैक्लोडगंज ने सराहा
Last Updated on February 8, 2020 by Deepak
चंडीगढ/ मैक्लोडगंज। हरियाणा (Haryana)की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने शरणार्थी तिब्बतियों को बेसिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए पुर्नवास नीति (Tibetan Rehabilitation Policy) फ्रेम की है। इसमें मुख्यतः तिब्बती बच्चों को (Tibetan refugee children) शिक्षा सुविधाएं उपलब्ध करवाए जाने का उल्लेख है। इस संबंध में तैयार प्रस्ताव को हरियाणा सरकार ने मंजूरी दे दी है।
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राज्य के शिक्षा मंत्री कंवरपाल (Education minister Kanwar Pal) के मुताबिक तिब्बती पुर्नवास नीति को गह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) की तर्ज पर तैयार किया गया है। इसके तहत तिब्बती शरणार्थियों के बच्चों को सरकारी स्कूलों में प्रवेशए मध्याह्न भोजनए मुफ्त पाठ्य पुस्तकें एवर्दी व अन्य लाभ, सुविधाओं को दिया जाना है। इन सुविधाओं को हासिल करने से पहले संबंधित भारत में न्यूनतम 182 दिनों या उससे अधिक की अवधि के लिए निवास किया हो। साथ ही तिब्बती शरणार्थियों के व्यक्तिगत या पारिवारिक सदस्य के पास केंद्रीय तिब्बती प्रशासन द्वारा जारी पंजीकरण प्रमाणपत्र होना चाहिए। हरियाणा सरकार के इस निर्णय को हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)के मैक्लोडगंज (Mcleodganj) स्थित केंद्रीय तिब्बती प्रशासन ने सराहा है। साथ ही हरियाणा सरकार का इसके लिए आभार व्यक्त किया है।