-
Advertisement
स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने जारी किया ‘आयुष स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल’; जानें क्या है यह
Last Updated on October 6, 2020 by Deepak
नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ- हर्षवर्धन ने मंगलवार को एक वर्चुअल कॉन्फ्रेंस के ज़रिए ‘आयुष स्टैंडर्ड ट्रीटमेंट प्रोटोकॉल’ (Ayush Standard Treatment Protocol) जारी किया। इसमें कोविड-19 (Covid-19) से निपटने में आयुर्वेद-योग की उपयोगिता का विवरण शामिल है। मंत्रालय ने पहले कहा था कि कोविड-19 प्रबंधन में आयुष चिकित्सा पद्धति उपयोगी है और 7 लाख से अधिक पंजीकृत आयुष चिकित्सकों के लिए दिशानिर्देश उपलब्ध कराए गए हैं। इस प्रोटोकॉल में कोरोना के बिना लक्षण और हल्के लक्षण वाले मरीजों को अब औपचारिक रूप से आयुर्वेदिक ट्रीटमेंट दिया जाएगा- अभी कुछ आयुर्वेदिक दवाओं को अनौपचारिक तौर पर मरीजों को दिया जा रहा था- ट्रायल के अच्छे नतीजे मिलने के बाद इस पर मुहर लगाई गई है।
जानिए किस रोगी को किस तरह का आयुर्वेदिक इलाज
केस- 1 रोग निरोधी देखभाल ( हाई रिस्क पापुलेशन, प्राइमरी कांटेक्ट)
दवाएं- अश्वगंधा, गुडूची घन वटी और च्यवनप्राश
केस-2 कोरोना संक्रमित बिना लक्षण वाले व्यक्ति
(दवाओं से कोशिश- बीमारी को लक्षण में बदलने, गंभीर होने से रोकने और रिकवरी रेट में सुधार)
दवाएं- गुडूची घन वटी, गुडूची+पिपली, आयुष-64
केस-3 कोरोना संक्रमित हल्के लक्षण वाले लोग
दवाओं से कोशिश- बुखार, सिर दर्द, थकान, सूखी खांसी, गला दर्द, नाक बंद का इलाज
दवाएं- गुडूची+पिपली, आयुष-64
केस-4 – पोस्ट कोविड मैनेजमेंट (कोरोना से ठीक होने के बाद)
दवाओं से कोशिश- कोरोना के बाद फेफड़ों की समस्या, थकान और मानसिक स्वास्थ्य ठीक रखना
दवाएं- अश्वगंधा, च्यवनप्राश, रसायन चूर्ण
यह भी पढ़ें: 15 Oct से खुलेंगे सिनेमा हॉल: इन 24 बातों का रखना होगा ध्यान; निर्देश जारी
सामान्य शारीरिक उपाय भी आवश्यक
1- सोशल डिस्टेंसिंग, स्वच्छ सांस और हाथ, मास्क पहनें
2- हल्दी और नमक के डालकर गरम पानी सर गरारे
3- नाक में अनु तेल तेल या षड्बिंदु तेल डालें
4- दिन में एक बार यूकेलिप्टस के तेल या पुदीना या अजवाइन की भाप लें
5- 6 से 8 घंटे सोएं, मध्यम स्तर का व्यायाम करें, योग करें
खाने में ये ऐहतियात बरतें
1- गरम पानी लें या अदरक डालकर उबला हुआ पानी लें
2- ताज़ा, गर्म और संतुलित भोजन करें
3- हल्दी वाला दूध पियें
4- दिन में एक बार आयुष काढ़ा या क्वाथ पिएं