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परमार की जीवीके को चेतावनीः व्यवस्था सुधारो, नहीं तो होगी कार्रवाई
Update: Wednesday, November 28, 2018 @ 10:39 AM
शिमला। हिमाचल में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा की बिगड़ती हालत पर सरकार ने सख्त रुख अपनाया है। स्वास्थ्य मंत्री विपिन सिंह परमार ने एंबुलेंस सेवा उपलब्ध करवाने वाली जीवीके कंपनी को चेतावनी देते हुए कहा कि समय रहते व्यवस्था को सही नहीं किया, तो उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।
उन्होंने यह भी कहा कि सेवाओं को बेहतर करने के लिए कैबिनेट में एजेंडा लाया जाएगा। परमार ने कहा कि 108 एंबुलेंस सेवा की शिकायतें मिल रही है, इसमें जल्द ही सुधार किया जाएगा। हिमाचल में साल 2010 में 108 एंबुलेंस सेवा को शुरू किया था, तब से लेकर वहीं गाड़ियां चल रही हैं और वीरभद्र सरकार ने कंपनी के साथ 2022 तक समझौता किया है। यही वजह है कि उनकी सरकार को परेशानी उठानी पड़ रही है। स्वास्थ्य मंत्री भरोसा दिलाया कि वाहनों को एक साल में बदल दिया जाएगा।
कभी पेट्रोल तो कभी तकनीकी खराबी के चलते एंबुलेंस तोड़ रहीं दम
बता दें कि प्रदेश में 102 और 108 एंबुलेंस सेवा के हालत काफी खराब हैं। कभी पेट्रोल न होने से तो कभी तकनीकी खराबी के चलते एंबुलेंस खड़ी हो रहीं हैं। कंपनी भी इन अव्यवस्थाओं की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। एंबुलेंसों की भी हालत ऐसी है कि कब न जाने मरीजों को ले जाते आधे रास्ते दम तोड़ दें। जीवीके कंपनी करीब 184 एंबुलेंस चला रही है। इनमें ज्यादातर वाहन पुराने हो चुके हैं। बात यहीं नहीं रुकती वेतन को लेकर 102 और 108 एंबुलेंस सेवा कर्मचारी हल्ला भी बोल चुके हैं। हड़ताल को लेकर कोर्ट को मामले पर हस्तक्षेप करना पड़ा था। अब लोगों ने प्रदेश सरकार से शिकायतें करने शुरू कर दीं हैं। ऐसे में सरकार ने भी सख्त रुख अपना लिया है। स्वास्थ्य मंत्री ने कंपनी को चेतावनी दे डाली है। अब यह देखना बाकी है कि हालात सुधरते हैं कि ऐसे ही रहते हैं।