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स्वास्थ्य की देखभाल करने वाले सेंटर पर तीन साल से ताला,ये रहा इसके पीछे का बड़ा कारण
Last Updated on December 12, 2020 by Sintu Kumar
शिमला। राजधानी शिमला से सटे मशोबरा ब्लॉक के स्वास्थ्य उपकेंद्र डुब्लू (Dublu of Mashobra Block) में पिछले तीन वर्ष से कोई भी कर्मचारी ना होने से ताला (Lock) लटका हुआ है। विभाग द्वारा टीकाकरण करने के लिए किसी अन्य सब सेंटर से कर्मचारी को भेजा जाता है। यही नहीं इस क्षेत्र में हिम सुरक्षा अभियान का जिम्मा केवल आशा कार्यकर्ताओं (ASHA Workers) को सौंप गया है। गौर रहे कि करीब अढाई हजार की आबादी वाली इस पंचायत में लोगों को प्राथमिक उपचार की सुविधा भी नसीब नहीं होती है। यहां तक कि सामान्य बीमारी के इलाज के लिए इस क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों को चायल अथवा सोलन (Solan) जाना पड़ता है जिससे लोगों की समय और धन की बर्बादी हो रही है। जबकि पूर्व कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में करीब तीस लाख से स्वास्थ्य उपकेंद्र (Health Sub-Center)का भवन बना है जिसमें कर्मचारी के लिए आवास की सुविधा भी उपलब्ध है। परंतु इस सरकारी भवन पर ताला लटका हुआ रहता है जिससे क्षेत्र के लोगों विभाग के प्रति रोष व्याप्त है ।
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क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक विश्वानंद ठाकुर का कहना है कि बलोग पंचायत में वर्तमान में स्वास्थ्य सेवाएं बिल्कुल ठप्प पड़ी है । सरकार के घरद्वार पर बेहतरीन स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के खोखले दावे खोखले साबित हो रहे हैं । इनका कहना है कि स्वास्थ्य सेवाओं के नाम पर इस पंचायत में स्वास्थ्य उप केंद्र के अतिरिक्त एक आयुर्वेदिक डिस्पेंसरी बलोग (Ayurvedic Dispensary in Balog) में है। जिसमें पिछले करीब चार साल से चिकित्सक ना होने के कारण लोगों को परेशानी पेश आ रही है । पंचायत के उप प्रधान पूर्ण दत्त ने बताया कि पंचायत द्वारा सरकार और विभाग को अनेकों बार लिखित रूप में दिया गया है परंतु विभाग को इस क्षेत्र के लोगों के स्वास्थ्य की कोई चिंता नहीं है । बीएमओ मशोबरा डॉ राकेश प्रताप (BMO Mashobra Dr. Rakesh Pratap) का कहना है कि एचएससी में कर्मचारी भरने के लिए पत्राचार किया गया है और शीघ्र ही रिक्त पद को भरा जाएगा।
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