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भारी बारिश से तबाही : कई मकान-मवेशी पानी में बहे, 5 साल का बच्चा बहने से बचाया, 3 NH बंद
Last Updated on July 19, 2020 by
देहरादून। उत्तराखंड के मुनस्यारी और धारचूला में मूसलाधार बारिश (Heavy rain) ने जमकर तबाही मचाई। बारिश के बाद भूकटाव होने से चार मकान बह गए। गनीमत ये रही कि इसमें कई जानी नुकसान नहीं हुआ है। हालांकि इस दौरान चार परिवारों के मवेशी पानी के तेज बहाव में बह गए हैं। वहीं, मुनस्यारी के बलोटा गांव में लोगों के घरों में बारिश का पानी और मलबा घुसा गया। जिसके कारण लोगों के घरों को भी नुकसान पहुंचा और फसलें भी तबाह हो गई। मुनस्यारी जौलजीबी मार्ग पर दरांती के पास बना बीआरओ का पुल भी बारिश के पानी में बह गया है। उधर, मुनस्यारी के ही धापा में पांच साल का बच्चा भी पानी में बह गया। ग्रामीणों ने बड़ी मुश्किल से बच्चे को बचाया। वहीं, तहसील बंगापानी के छोरीबगड़ में कई मकानों पर अभी भी खतरा बना हुआ है। टीआरसी भवन (TRC Bhavan) भी खतरे की जद में है। जमीन का कटाव भी लगातार हो रहा है। उधर, लगातार बारिश के कारण काली और गोरी नदी का भी जलस्तर बढ़ गया है। दोनों ही नदियां चेतावनी के निशान के करीब बह रही हैं।
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प्रदेशभर में बीते दो दिनों से बारिश के कारण तीन नेशनल हाईवे (National highway) और सात स्टेट हाईवे समेत 147 सड़कें मलबा आने से बंद हो गई हैं। बारिश के कारण कुछ सड़कों को नुकसान भी पहुंचा है। इनमें से 58 सड़कों को खोल दिया गया, लेकिन 89 सड़कें अब भी बंद हैं। लोनिवि के प्रमुख अभियंता हरिओम शर्मा के मुताबिक, विभागीय मशीनरी सड़कों को खोलने में जुटी है। मौसम ने साथ दिया तो आज अधिकांश सड़कें खोल दी जाएंगी। राज्य आपदा परिचालन केंद्र के मुताबिक, शनिवार तक बारिश के कारण भूस्खलन होने से यमुनोत्री राजमार्ग उत्तरकाशी में पाली घाट पर बंद हो गया, जिसे 12 घंटे बाद खोला जा सका है। चंपावत में टनकपुर चंपावत मार्ग स्वाला तथा कुठोल के पास अवरुद्ध रहा। पिथौरागढ़ में तवाघाट पांगला, गुंजी-कुट्टी व मालपा बूंदी मार्ग से आवाजाही बाधित है। थल-मुनस्यारी मार्ग को रातीगाड़ और हरडिया में नुकसान हुआ है। तवाघाटा- सोबला, तवाघाट-पांगला तथा पिथौरागढ़-तवाघाट मार्ग भी बंद है। चमोली में बंद रहा गुलाबकोट-लंगसी मार्ग खोल दिया गया है। बंद सड़कों में सबसे अधिक 41 ग्रामीण सड़कें हैं।