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हिमाचल में तबाही का मंजर, भारी बारिश से 15 लोगों की मौत; 6 लापता- कई गाड़ियां बहीं
शिमला। हिमाचल में भारी बारिश (Heavy Rain) ने जमकर तबाही मचाई है। हर तरफ तबाही का मंजर नजर आ रहा है। रात से जारी भारी बारिश से प्रदेश के मंडी, चंबा, कांगड़ा, शिमला व अन्य जिलों में व्यापक नुकसान हुआ है। प्रदेश में अलग-अलग जगह पर अब तक भारी बारिश से भूस्खलन (Landslide) होने और मकान गिरने से करीब 15 लोगों की मौत हो गई है। वहीं 6 लोग लापता हैं। इसमें अकेले मंडी जिला में 10 लोगों की मौत हुई है। जबकि चंबा में तीन और कांगड़ा में दो लोगों की मृत्यु हुई है। मंडी जिला के गोहर की काशन पंचायत में घर गिरने से प्रधान सहित आठ लोग मलबे में दब गए, इनके शव बरामद कर लिए गए हैं।
वहीं मंडी (Mandi) जिला के ओल्ड कटौला में एक मकान भूस्खलन की चपेट में आने से परिवार के छह सदस्य लापता हो गए है। हालांकि सुबह एक बच्ची का शव बरामद कर लिया गया है। इसी तरह से जिला चंबा के चुवाड़ी में पति-पत्नी और बेटा बाढ़ की चपेट में आकर काल का ग्रास बन गए। शाहपुर के गोरड़ा में नौ साल का बच्चा घर के नीचे दब गया। धीरा में डंगा गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। हिमाचल को पंजाब से जोडऩे वाली रेललाइन का चक्की खड्ड पर पुल बह गया है। दो सप्ताह पहले पुल क्षतिग्रस्त हो गया था और तब से ट्रेनें बंद थीं। पठानकोट राजमार्ग पर कांगड़ा के बनोई में चार जगह भूस्खलन हुआ है।
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भूस्खलन की चपेट में आई गाड़ियां
प्रदेश भर से भूस्खलन की सूचनाएं मिल रही हैं। इन भूस्खलन में कई गाड़ियां (Vehicles) दब गई हैं। मंडी के कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा धंस गया। भूस्खलन से चंडीगढ़ मनाली व मंडी.पठानकोट राजमार्ग सहित सौ से अधिक सड़कें बंद हैं। बसें व अन्य वाहन कई घंटे से फंसे हैं। मंडी में पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से कई वाहन बह गए। अगले तीन दिन तक भारी वर्षा का अलर्ट है।
336 सड़कें ठप
राज्य आपदा संचालन केंद्र शिमला (State Disaster Management Center Shimla) की रिपोर्ट के अनुसार शनिवार सुबह प्रदेश में 336 सड़कें यातायात के लिए बंद हो गई हैं। इसके अलावा 1525 बिजली ट्रांसफार्मर और 132 पेयजल योजनाएं बंद पड़ी हैं। सबसे ज्यादा सड़कें मंडी जिले में 122, चंबा जिले में 97, कुल्लू 50, शिमला 38 और सोलन जिले में 23 सड़कें ठप हैं। तीनों एनएच मंडी पठानकोट, मंडी, कुल्लू और मंडी जालंधर वाया धर्मपुर बंद हो गए हैं।
शिमला और मंडी में भूस्खलन ने रोके वाहनों के पहिये
राजधानी शिमला में आरटीओ ऑफिस के पास भूस्खलन होने से सड़क का अधिकतर हिस्सा धंस गया है। जिससे यातायात व्यवस्था काफी प्रभावित हो रही है। यातायात एक तरफा चलाया हुआ है। मंडी के कोटरोपी के पास पहाड़ी दरकने से मंडी-पठानकोट राष्ट्रीय राजमार्ग का कुछ हिस्सा भी धंस गया। भूस्खलन से चंडीगढ़ मनाली व मंडी-पठानकोट राजमार्ग सहित सौ से अधिक सड़कें बंद हैं। बसें व अन्य वाहन कई घंटे से फंसे हैं। मंडी में पराशर मार्ग पर बागी नाला में बादल फटने से कई वाहन बह गए। वहीं सीएम जयराम ठाकुर के गृह कस्बे थुनाग बाजार में भी नाले की बाढ़ ने दर्जनों दुकानों और वाहनों को क्षतिग्रस्त कर दिया है। थुनाग बाजार में भी भारी तबाही हुई है।
सड़क धंसने से हवा में लटकी बस
वहींए ठिगोग में पेट्रोल पंप पर चट्टान गिर गई है। फागू सड़क पर वाहन पर चट्टान गिरी है। गिरी और गुम्मा से शहर के लिए पानी की सप्लाई ठप हो गई है। इसी तरह से डलहौजी-पठानकोट नेशनल हाईवे में पंजपुला के समीप बड़ा हादसा होने से टल गया। सुबह करीब 8:00 बजे के करीब हाईवे पर जमीन धसने से बस डंगे में जा लटकी। बताया जा रहा है कि बस में करीब 35 लोग सवार थे। डीएसपी विशाल वर्मा ने बताया कि सभी यात्री सुरक्षित है। डीहार पंचायत के डोल गदयाडा गां में बैजनाथ-सरकाघाट सड़क भी बह गई है। कंडाघाट के समीप मलबा आने से ट्रैफिक वन वे हो गया है। इससे यहां पर जाम लग रहा है। बारिश से अभी तक जिला में पांच रूट बंद है।
सुजानपुर में आधा दर्जन घरों में घुसा ब्यास का पानी
हमीरपुर के सुजानपुर के खैरी गांव में ब्यास नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। करीब आधा दर्जन घरों में पानी घुस गया है। प्रशासन ने एनडीआरएफ की टीम बुलाई है। एसडीएम डॉ. हरीश गज्जू ने कहा कि प्रशासन प्रभावित परिवारों के रेस्क्यू के लिए लगा हुआ है।
स्कूल और मकान बने मलबे का ढेर
जिला कांगड़ा में भूस्खलन से बगली स्कूल भवन क्षतिग्रस्त हो गया है। वहीं, बनोंई के साथ लगती सड़क पर आवाजाई बिल्कुल बंद है। लंबागांव के रिट में भी लाहट-कोटलू सड़क पर पूली बह गई है। भनाला की गोरडा (शाहपुर) में एक मकान गिर गया, जिसकी जद में आने से 12 साल के बच्चे की जान चली गई। जानकारी के अनुसार निजी स्कूल में बस ड्राइवर नसीब सिंह के पुत्र आयुष (12) की घर के मलबे में दब गया है। इसके बाद गांववालों ने कड़ी मशक्कत से 12 वर्षीय आयुष को बाहर निकाला और शाहपुर अस्पताल पहुंचाया। लेकिन डॉक्टरों ने बच्चे को मृत घोषित कर दिया। वहीं, पंचरूखी भरवाना पंचायत में भारी बारिश के चलते एक मकान गिर गया।
पालमपुर में बही गाड़ियां
पालमपुर उपमंडल के खैरा व वाहे दा पट्ट में भारी बारिश से व्यापक नुकसान हुआ है। स्थानीय नाले में दो गाड़ियां पानी में बहकर काफी दूर तक चली गईं। जबकि कई घरों व दर्जनों व्यवसायिक परिसरों में बारिश का पानी घुस गया। वहीं वाहे दा पट्ट के ज्ञान चंद की गोशाला ध्वस्त हो गई। अप्पर खैरा स्कूल ग्राउंड को नुकसान हुआ है। काफी संख्या में चीड़ के पेड़ गिरने से पालमपुर.सुजानपुर मार्ग बाधित हो गया।
दो दिन भारी बारिश का अलर्ट
मौसम विज्ञान केंद्र शिमला ने शनिवार को हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा, चंबा,बिलासपुर, सिरमौर और मंडी जिलों के अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। जिसके चलते मौसम विभाग और जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को खराब मौसम में नदियों और नालों के पास जाने से बचने की सलाह दी गई है। 21 अगस्त के लिए भी भारी बारिश का येलो अलर्ट जारी हुआ है।
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