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ये हैं असल में कोरोना योद्धा, Police वालों को मुफ्त Hotel,किराएदारों का किराया माफ
Last Updated on June 28, 2020 by Deepak
नादौन। कोविड-19 (Covid-19) के बीच कई लोग ऐसे भी है जो अलग-अलग तरह से समाज व कोरोना योद्धाओं (Corona warriors)की मदद के लिए आगे आ रहे हैं। इन्हीं में से एक हैं सेवानिवृत्त प्रधानाचार्य (Retired Principal) सुरेश कुमार। सुरेश कुमार अपनी तरह से कोरोना योद्धाओं की मदद कर रहे हैं। ज्वालामुखी क्षेत्र के भडोली गांव इस कोरोना योद्धा ने अपने किरायेदारों का दो माह का 58,000 किराया तो माफ किया ही, साथ में अपना होटल भी पुलिसकर्मियों को रहने के लिए निशुल्क उपलब्ध करवाया है। हमीरपुर सीमा पर पुल के एक छोर पर कांगड़ा पुलिस के नाके पर तैनात कर्मचारी ड्यूटी खत्म होते ही इस होटल में आराम करते हैं। ग्रीनलैंड नाम से सुरेश कुमार का यह होटल ब्यास पुल के निकट ही है। सुरेश कुमार (Suresh Kumar) ने बताया कि करीब चार माह पूर्व 18 मार्च से उन्होंने पुलिस कर्मचारियों को यह होटल दिया है और इसके लिए उन्होंने कोई पैसा नहीं लिया। उन्होंने बताया कि जब कोई अधिकारी नाके का निरीक्षण करने आते हैं तो पास ही स्थित उनके अपने कार्यालय को ही प्रयोग में लाया जाता है।
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दुकान भी नाके पर तैनात कर्मचारियों के हवाले
नाके के पास स्थित एक दुकान भी उन्होंने नाके पर तैनात कर्मचारियों के हवाले कर दी हैए जहां हर आने-जाने वाले वाहनों का पंजीकरण किया जा रहा है। इतना ही नहीं सुरेश कुमार ने अपने होटल के पास ढाबे वाले व एक वर्कशॉप के लिए दो लोगों को अपनी दो दुकानें किराए पर दे रखी हैं परंतु लॉकडाउन (Lockdown) के दौरान इन दुकानदारों का करीब 58,000 किराया भी माफ किया है। शहीद सूबेदार मान सिंह के पुत्र सुरेश कुमार ने बताया कि उनके दो पुत्र हैं और दोनों उनका व्यापार संभालते हैं। उन्होंने कहा कि इस आपदा के समय उन्होंने और भी कई लोगों की कई तरह से मदद की है जिसमें उन्हें काफी संतोष मिला है। सुरेश कुमार ने 11,000 कोविड-19 रिलीफ फंड के लिए भी भेजे हैं। सुरेश कुमार के इस देश सेवा के जज्बे की क्षेत्र भर में चर्चा है। लोग उन्हें भी एक सच्चा कोरोना योद्धा बता रहे हैं।