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Bada Bhangal School : धर्मशाला। जिला कांगड़ा के उपमंडल बैजनाथ की अति दुर्गम घाटी बड़ा भंगाल स्थित स्कूल में बच्चे पहुंच चुके हैं, लेकिन अभी तक शिक्षक नहीं पहुंचे हैं। शिक्षकों के न पहुंचने से बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हो रही है। बड़ा भंगाल पंचायत के उपप्रधान परस राम ने बताया कि बड़ा भंगाल के हाई व प्राइमरी स्कूल 10 मई को बीड़ में बंद हो जाते हैं और 16 मई को बड़ा भंगाल में कक्षाएं शुरू हो जाती हैं। उन्होंने बताया कि 5 दिन पहले बच्चे अपने अभिभावकों के साथ बड़ा भंगाल पहुंच चुके हैं, लेकिन अभी तक शिक्षक यहां नहीं पहुंच पाए हैं।
उपप्रधान ने कहा कि बड़ा भंगाल के स्थानीय लोग बीड़ से बड़ा भंगाल वाया होली न्याग्रां से होकर आ और जा रहे हैं, ऐसे में इस मार्ग पर हो रही भू-स्खलन की सूचनाएं निराधार हैं। उन्होंने कहा कि प्रतिदिन बीड़ से बड़ा भंगाल आने-जाने वाले लोगों का कहना है कि रास्ता साफ है तथा कोई भी इस रास्ते से आ और जा सकता है। उन्होंने कहा कि भू-स्खलन की बात कहने वालों क्या इस रास्ते का जायजा लिया है। उन्होंने कहा कि राजकीय उच्च विद्यालय बड़ा भंगाल में कार्यरत स्थायी निवासी शिक्षक की माता जिनकी उम्र लगभग 72 वर्ष हैं वह भी इसी रास्ते से बड़ा भंगाल में पहुंची हैं, जबकि शिक्षक यहां आने में आनाकानी कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि शिक्षकों के बड़ा भंगाल न पहुंचने की शिकायत एसडीएम बैजनाथ से भी की गई है।
बड़ा भंगाल का रास्ता नहीं है बंद
इस मामले में ग्राम पंचायत बड़ा भंगाल की प्रधान रजनी देवी का कहना है कि बड़ा भंगाल का रास्ता बंद नहीं है। हमारी पंचायत के लोग बीड़ से बड़ा भंगाल आ जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि शिक्षक बहानेबाजी छोड़कर बड़ा भंगाल पहुंचे तथा बच्चों की पढ़ाई को बर्बाद न करें। इस बारे में उच्च शिक्षा उपनिदेशक जिला कांगड़ा केके गुप्ता का कहना है कि मामले को लेकर एसडीएम बैजनाथ का पत्र मिला है। एसडीएम द्वारा भेजे गए पत्र के आधार पर शिक्षकों को बड़ा भंगाल जाने के निर्देश जारी कर दिए हैं। केके गुप्ता का कहना है कि बड़ा भंगाल जाने वाले शिक्षकों को यह भी कहा गया है कि वह देख लें रास्ता जाने के लिए सही और सुरक्षित है या नहीं।
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