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Himachal Congress // BJP4 Himachal //Assembly Election
Last Updated on November 25, 2022 by Neha Raina
हिमाचल कांग्रेस खरीद-फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) से डर गई है। यही वजह कि पार्टी ने इसे रोकने के लिए रणनीति बना डाली है। हालांकि इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा भी कर चुके हैं। चर्चा के बाद निर्णय लिया है कि चुनाव परिणाम से एक या दो दिन पहले हिमाचल के वरिष्ठ चुनाव पर्यवेक्षक एवं छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल, राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी राजीव शुक्ला, पर्यवेक्षक सचिन पायलट, सह प्रभारी संजय दत्त, गुरकीरत सिंह कोटली, तेजेंद्र पाल बिट्टू मतगणना से एक-दो दिन पहले हिमाचल पहुंचेंगे। ये नेता चुनाव जीतने वाले प्रत्याशियों के साथ तब तक रहेंगे जब तक सरकार नहीं बन जाती। खरीद-फरोख्त से बचने के लिए हाईकमान ने जीतने वाले प्रत्याशियों को प्रदेश से बाहर गुप्त स्थान पर ले जाने की हिदायत दी है, ताकि बीजेपी के किसी नेता से इनका संपर्क ही ना हो सके। सभी केंद्रीय नेताओं को अलग.अलग जिला के जीतने वाले सदस्य को सरकार बनने तक साथ रखने की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। हिमाचल कांग्रेस के कई नेता बीते एक सप्ताह के दौरान खरीद.फरोख्त की अंदेशा जता चुके हैं। अन्य प्रदेशों के अनुभव को देखते सियासी गलियारों में भी यह चर्चा आम है कि यदि किसी दल को स्पष्ट बहुमत नहीं मिल पाता है और कुछ निर्दलीय जीतकर आते हैं, तो उस सूरत कांग्रेस सरकार बनाने से चूक सकती है। ऐसे में भाजपा के सरकार बनाने के ज्यादा चांस रहेंगे। कांग्रेस को सरकार बनाने के लिए स्पष्ट बहुमत जरूरी माना जा रहा है। हिमाचल कांग्रेस खरीद.फरोख्त (हॉर्स ट्रेडिंग) से डर गई है। यही वजह कि पार्टी ने इसे रोकने के लिए रणनीति बना डाली है। हालांकि इस मुद्दे पर कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, नेता प्रतिपक्ष मुकेश अग्निहोत्री, चुनाव प्रचार समिति अध्यक्ष सुखविंदर सिंह सुक्खू दिल्ली में राष्ट्रीय नेताओं से चर्चा भी कर चुके हैं।