- Advertisement -
शिमला। राज्य सरकार गौवंश के संरक्षण व राज्य में स्वदेशी नस्ल की गायों के विकास के लिए उपयुक्त नीतियों की सिफारिश करने के लिए गौ-संवर्धन आयोग के गठन पर विचार कर रही है। सीएम जयराम ठाकुर ने यह बात सोमवार को हिमाचल प्रदेश गौवंश संवर्धन बोर्ड की द्वितीय बैठक की अध्यक्षता करते हुए कही।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार देसी नस्ल की गायों के विकास को प्रोत्साहन दे रही हैं, जो प्रदेश में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने के लिए लाभप्रद होगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने अपनी पहली मंत्रिमंडल की बैठक में मंदिरों को प्राप्त हुए चढ़ावे का 15 प्रतिशत प्रदेश में गौ-सदनों निर्माण, रखरखाव और प्रबंधन के लिए देने का निर्णय लिया था। इसके अतिरिक्त राज्य सरकार ने प्रदेश में बिकने वाली शराब पर प्रति बोतल एक रुपए सैस लगाने का निर्णय लिया है। सीएम ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के सभी जिलों में गौ अभ्यारण्य स्थापित करेगी।
उन्होंने कहा कि उपायुक्तों को गौ अभ्यारणय के निर्माण के लिए उपयुक्त भूमि के चयन करने के आदेश दिए गए हैं, जिससे सभी औपचारिकताओं को शीघ्र अतिशीघ्र पूरा किया जा सके। उन्होंने कहा कि गौ अभ्यारणय और गौ-सदन के निर्माण के लिए भूमि देने की प्रक्रिया का सरलीकरण किया जाएगा। जयराम ठाकुर ने कहा कि राज्य सरकार ने देसी नस्ल की पहाड़ी गाए का नामकरण “गौरी” रखने के मामले को संबंधित अधिकारियों से उठाया है। ग्रामीण विकास, पंचायती राज और पशु पालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने कहा कि राज्य सरकार उन संगठनों व संस्थानों को खुले दिल से सहयोग देगी, जो देसी नस्ल की गायों का प्रोत्साहन देंगे।
- Advertisement -