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आंगनबाड़ी व आशा वर्कर के लिए नई पॉलिसी बनाएगी सरकार, वेतन विसंगतियों पर किया जाएगा गौर
मंडी। आंगनबाड़ी व आशा वर्कर की वेतन विसंगतियों सहित अन्य मांगों पर सरकार पूरी तरह से गौर कर रही है और आने वाले समय में सरकार द्वारा इनके लिए नई पॉलिसी तैयार की जाएगी। इस बात के संकेत स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सामाजिक एवं अधिकारिता विभाग मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने में दिए हैं। शुक्रवार को स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल मंडी शहर के संस्कृति सदन में आयोजित बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत ‘देई’ अभियान के शुभारंभ के मौके पर अपने संबोधन के दौरान यह सब बोल रहे थे।
स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धनीराम शांडिल ने कहा कि कोरोना काल में भी आंगनबाड़ी व आशा वर्कर सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने भी बेहतर कार्य किया है, उनके लिए भी सरकार पॉलिसी बनाएगी। आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं की वरिष्ठता के आधार पर आय बढ़ाने की जो मांगें है सरकार द्वारा उन्हें पूरा करने का प्रयास किया जाएगा। वहीं अपने संबोधन में स्वास्थ्य मंत्री ने आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं को सेवानिवृत्ति की आयु सीमा 65 साल तक करने बढ़ाने का भी आश्वासन दिया।
“देई” अभियान का शुभारंभ किया
स्वास्थ्य मंत्री धनीराम शांडिल ने कहा कि आज हर क्षेत्र में बेटियां आगे बढ़ रही हैं। धनीराम शांडिल ने कहा कि राजनीति में आने से पूर्व जब वे आर्मी में ऑफिसर थे तो वहां भी ट्रेनिंग के दौरान बेटियां आगे ही रहती थी। इस मौके पर उन्होंने प्रदेश में बाल लिंगानुपात में आ रही गिरावट पर भी चिंता व्यक्त की। इस मौके पर स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनीराम शांडिल ने बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत पुस्तिका का विमोचन कर “देई” अभियान का शुभारंभ किया। देई अभियान शुभारंभ के मौके पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना के अंतर्गत विभाग द्वारा एक डॉक्यूमेंट्री भी प्रस्तुत की गई। वहीं इस अवसर पर बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजना पर बेटियों द्वारा कई प्रस्तुतियां भी दी गई। कार्यक्रम के अंत में स्वास्थ्य मंत्री डॉ धनीराम शांडिल ने विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने करने के लिए मंडी जिला की बेटियों को भी सम्मानित किया। इस कार्यक्रम में सदर विधायक अनिल शर्मा, एडीसी मंडी निवेदिता नेगी सहित कई कांग्रेसी नेता व प्रशासनिक अधिकारी भी मौजूद रहे।
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