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हिमाचल हाईकोर्ट ने जबरन रिटायर करने के आदेश को ठहराया सही, क्या था मामला, जानें यहां
शिमला। हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय (Himachal High Court) ने बेवजह नौकरी से गैरहाजिर रहने पर पुलिस कर्मी को जबरन रिटायर करने के आदेश को कानून सम्मत मानते हुए कर्मचारी (Employe) की याचिका को खारिज कर दिया। न्यायमूर्ति तरलोक सिंह चौहान ने याचिका को खारिज करते हुए व्यवस्था दी। पुलिस विभाग (Police Department) में सभी कर्मियों को अनुशासन में रहते हुए कार्य करना है। यदि कोई कर्मी बिना कारण बताए अपनी नौकरी से 599 दिनों तक गैरहाजिर रहे तो वह कर्मी अनुशासनहीनता के दायरे में आता है और यदि उस कर्मी को जबरन सेवानिवृत्त (Retirement) कर दिया जाए तो यह गैरकानूनी नहीं है।
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अदालत ने अपने निर्णय में आगे कहा कि प्रार्थी को विभाग ने समय-समय पर अपनी सेवाएं बेहतर करने का मौका दिया, लेकिन प्रार्थी ने अपने व्यवहार में कोई सुधार नहीं लाया। विभाग ने प्रार्थी के परिवार और बच्चों के भविष्य को मद्देनजर रखते हुए उसे नौकरी (Job) से बर्खास्त नहीं किया और जबरन सेवानिवृत्ति के आदेश जारी किए, ताकि वहां सेवानिवृत्ति के पश्चात सेवा लाभों का हकदार बन सके।
गगरेट से रहस्यमयी तरीके से युवती लापता
ऊना। विधानसभा क्षेत्र गगरेट (Gagret) के पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े एक जनप्रतिनिधि द्वारा चलाए गए प्रशिक्षण केंद्र में पिछले करीब चार महीने से प्रशिक्षण हासिल करने जा रही जीतपुर बेहड़ी की एक युवती रहस्यमय परिस्थितियों में गायब हो गई। युवती 22 अप्रैल को घर से प्रशिक्षण केंद्र के लिए निकली, लेकिन आज दिन तक घर वापस नहीं पहुंची।
युवती के पिता ने किसी अनहोनी की आशंका जाहिर करते हुए गगरेट पुलिस (Police) को शिकायत-पत्र सौंपकर युवती को तलाश करने की गुहार लगाई है। पिता की शिकायत पर पुलिस ने युवती की तलाश आरंभ कर दी है। लापता युवती के पिता ने पुलिस को दिए शिकायत पत्र में कहा है कि उसकी बेटी पिछले करीब तीन-चार माह से भंजाल में खुले एक प्रशिक्षण केंद्र में कम्प्यूटर प्रशिक्षण (Computer Training) हासिल करने जाती थी।
बताया जा रहा है कि उक्त केंद्र पंचायती राज संस्थाओं से जुड़े एक जनप्रतिनिधि द्वारा चलाया जा रहा है। 22 अप्रैल को उनकी बेटी जब घर वापस नहीं आई, तो वह उस प्रशिक्षण केंद्र पर भी पता करने गए, लेकिन उन्हें प्रशिक्षण केंद्र के संचालकों की ओर से कोई सकारात्मक जवाब नहीं दिया गया। उन्होंने अपने रिश्तेदारों के यहां भी बेटी की तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।
युवती के पिता ने शक जाहिर किया है कि उनकी बेटी के साथ कोई अनहोनी घटना न घट गई हो। एसएचओ (SHO) गगरेट मनोज कौंडल ने बताया कि शिकायत के आधार पर पुलिस ने लापता युवती की तलाश आरंभ कर दी है। उन्होंने कहा कि प्रशिक्षण केंद्र के स्टाफ व संचालकों से भी इस मामले में पूछताछ की जाएगी।
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शादी समारोह में आए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत, जांच में जुटी पुलिस
नाहन। सिरमौर (Sirmour) जिला में एक शादी समारोह में आए युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई है। युवक की हत्या (Murder) हुई है या फिर उसके साथ कोई हादसा हुअ है, इन सभी पहलुओं पर पुलिस जांच कर रही है। मौत के सही कारणों का खुलासा पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Post mortem Report) आने के बाद सामने आएगा और उसी के आधार पर पुलिस आगामी कार्रवाई अमल में लाएगी। मामला जिला के श्री रेणुका जी विधानसभा क्षेत्र के तहत गत्ताधार के क्याडों गांव में देर रात सामने आया है।
जानकारी के अनुसार हरिपुरधार क्षेत्र के साथ लगते शिमला (Shimla) जिला के कुपवी निवासी 35 वर्षीय मोहनलाल गत्ताधार में शादी समारोह में आया था। यहां मोहनलाल खून से लथपथ मृत अवस्था में पाया गया। मामले की सूचना संगड़ाह पुलिस थाना (Sangrah Police Station) को मिली। सूचना मिलते ही पुलिस टीम घटनास्थल पर पहुंची। पुलिस ने जांच शुरू की और शव को कब्जे में लिया गया। मृतक के सिर पर गहरी चोट आई थी।
पुलिस मामले में हत्या या हादसा दोनों एंगल पर जांच कर रही है। मृतक मोहनलाल के शव को रात के समय पीएससी गत्ताधार में रखा गया, जिसके बाद उसे पोस्टमार्टम हेतु सराहां लाया गया। सराहां में पोस्टमार्टम की व्यवस्था न होने पर मृतक के शव को नाहन मेडिकल कॉलेज (Nahan Medical College) लाया गया, जहां आज शव का पोस्टमार्टम हुआ। वहीं] पुलिस इस मामले को लेकर पूरी गंभीरता के साथ जांच को आगे बढ़ा रही है।
मौके के साक्ष्यों और घटनाक्रम को गहनता जांचा और परखा जा रहा है। उधर, जिला के एसपी ओमापति जमवाल ने मामले की पुष्टि करते हुए बताया कि युवक की मौत को लेकर हर पहलू से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम की रिपोर्ट के बाद और मौके के गवाहों के बयान के आधार पर आगामी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।