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निशांत शर्मा की गुहार- ‘मुझे DGP से बचाएं’, हाईकोर्ट ने गृह सचिव को भेजा नोटिस
शिमला। पालमपुर के कारोबारी निशांत कुमार शर्मा (Palampur Businessman Nishant Kumar Sharma) ने राज्य के DGP संजय कुंडु (Himachal DGP Sanjay Kundu) से जान पर खतरा बताकर हाईकोर्ट से अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की गुहार लगाई है। इस पर हिमाचल प्रदेश हाईकोर्ट ने संज्ञान लेते हुए एसपी शिमला और एसपी कांगड़ा से स्टेटस रिपोर्ट (Status Report) तलब की है।
मुख्य न्यायाधीश की अध्यक्षता वाली खंडपीठ ने गृह सचिव (Home Secretary) को भी मामले में नोटिस जारी किया है। मामले पर सुनवाई 16 नवम्बर को निर्धारित की गई है। निशांत कुमार शर्मा ने 28 अक्टूबर 2023 को हाईकोर्ट को ई-मेल (Email) के माध्यम से अपने और अपने परिवार की जान को खतरे की बात लिखी है। प्रार्थी ने लिखा है कि वह चिंतित और भयभीत है कि उन्हें या तो पुलिस प्रमुख संजय कुंडू द्वारा मार दिया जाएगा (Threat To Life) या गंभीर रूप से डराया-धमकाया जाएगा।
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गुरुग्राम में हमला और मैक्लोडगंज में धमकाया
कारोबारी ने लिखा है कि गुरुग्राम में उस पर हमला (Attack) भी हो चुका है, लेकिन वह बच गया। इस वारदात की रिपोर्ट को वापस लेने के लिए उस पर बाइक सवार दो व्यक्तियों ने भागसूनाग और मैक्लोडगंज (Mcleodganj) के बीच रास्ते में रोककर धमकाया था। ई-मेल के मुताबिक डीजीपी कार्यालय से उसे एक ही दिन में 14 फोन आए। उसे डीएसपी और एसएचओ पालमपुर ने भी फोन किए। एसएचओ पालमपुर (SHO Palampur) ने व्हाट्सएप मैसेज कर बताया कि डीजीपी उससे बात करना चाहते हैं, इसलिए उसे डीजीपी कार्यालय में वापिस कॉल कर लेनी चाहिए। कॉल बैक करने पर डीजीपी ने कहा कि निशांत तुम शिमला आओ और उनसे मिलो। इस पर जब उसने कहा कि वह क्यों उनसे मिले तो डीजीपी ने कहा कि उसे शिमला आना होगा और उनसे मिलना होगा। ई-मेल के माध्यम से निशांत ने हिमाचल के ही दो रसूखदार लोगों ने उस पर जबरन वसूली का दबाव बनाने का आरोप लगाया है। मुख्य न्यायाधीश ने ईमेल पर संज्ञान लेते हुए प्रशासनिक आदेशों से इसे अपराधिक रिट याचिका (Criminal Writ Petition) पंजीकृत करने के आदेश दिए थे।