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शिमला। हिमाचल (Himachal) में बड़ा भूकंप ( Earthquake) आ सकता है। बड़ा भूकंप आने की संभावनाओं को नहीं नकारा जा सकता है। विभिन्न शोधों से सामने आया है कि भविष्य में हिमालय के इस क्षेत्र में बड़ा भूकंप ( Earthquake) आने की संभावना को नकारा नहीं जा सकता, क्योंकि काफी समय से कोई बड़ा भूकंप इस क्षेत्र में नहीं आया है।
प्रदेश में आज भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसका अधिकेंद्र (ऐपीसेंटर) जिला लाहुल-स्पीति ( Lahul-Spiti) था। रिक्टर पैमाने पर भूकंप की तीव्रता 4.3 आंकी गई। भूकंप का समय प्रातः 9 बजे था और इसकी गहराई 20 किलोमीटर थी।
राजस्व व आपदा प्रबंधन के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि हिमाचल में जनवरी 2019 के बाद से 4.3 या इससे कम तीव्रता के 14 झटके महसूस किए गए हैं, जिसमें से चंबा जिला में 6 बार, किन्नौर में तीन बार, मंडी में दो बार, शिमला और कांगड़ा में एक-एक बार भूकंप दर्ज किए गए हैं।
इनमें से अधिकांश झटके 20 किलोमीटर की अधिकतम गहराई वाले थे। प्रवक्ता ने कहा कि अतीत में राज्य में कई भूकंप ( Earthquake) दर्ज किए गए हैं और 1905 का कांगड़ा भूकंप इतिहास में अब तक का सबसे शक्तिशाली दर्ज किया गया है, जिसमें लगभग 20 हजार लोगों की जान गई और एक लाख से अधिक घर ढह गए। तब से राज्य में तीन मैग्निट्यूड के 297 भूकंप दर्ज किए गए। वर्ष 1975 किन्नौर में आया भूकंप ( Earthquake) प्रदेश के लिए एक और बढ़ा झटका था।
राजस्व व आपदा प्रबंधन के एक प्रवक्ता ने बताया कि भूकंप कुछ क्षणों में समुचे समुदाय को नुकसान पहुंचा सकता है और बड़ी संख्या में लोग बेघर हो सकते हैं और उन्हें पालयन करना पड़ सकता है। हिमाचल प्रदेश सरकार विभिन्न कार्यक्रमों के द्वारा लोगों में प्राकृतिक आपदाओं से निपटने के लिए जागरुकता पैदा कर रही है और समय-समय पर चेतावनी भी जारी कर रही है और विशेषकर आम लोगों को भूकंप रोधी आवास बनाने के लिए प्रेरित कर रही है।
उन्होंने कहा कि लोगों को आपदाओं से निपटने के लिए हमेशा तैयार रहना चाहिए और इसके लिए आपदा किटस तैयार रखनी चाहिए, जिसमें दवाईयां व खाद्य पदार्थ शामिल होने चाहिए। आपदा के समय संयम बनाए रखना चाहिए और सुरक्षित स्थानों पर आश्रय लेना चाहिए तथा टोल फ्री नंबर 1077/1070/112 पर सहायता के लिए संपर्क करना चाहिए।
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