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ऊना। हिमाचल (Himachal) का सबसे लंबा रामपुर-हरोली पुल हरोली विधानसभा क्षेत्र के चार गांव के किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। ग्रामीणों ने बरसात से पहले बरसाती पानी की निकासी का प्रबंध करने की मांग उठाई है। ग्रामीणों की शिकायत के बाद आज डीसी ऊना (DC Una) ने प्रशासनिक अमले के साथ मौका का निरीक्षण किया और समस्या के शीघ्र समाधान का आश्वासन दिया।
वहीं, प्रदेश बीजेपी (BJP) के प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ने नेता विपक्ष पर अपने चहेतों को लाभ पहुंचाने के लिए पुल निर्माण के समय बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था न करने का आरोप जड़ा है।
दरअसल ऊना में हरोली-रामपुर पुल बनने के बाद हरोली विस क्षेत्र के कांगड़, समनाल, रोडा व सैंसोवाल गांव में बरसात के दिनों में किसानों के खेतों में पानी खड़ा होने लगा, जिससे किसानों की फसल पूरी तरह बर्बाद हो रही है। सबसे ज्यादा नुकसान बरसात के दिनों में होता है। ग्रामीणों का आरोप है कि पुल (Bridge) बनाते समय पानी गुजरने के लिए कोई पुलियां नहीं बनाई गई, जिससे सारा पानी खेतों में खड़ा हो जाता है।
ग्रामीणों का कहना है कि पुल (Bridge) बनाते समय भी विरोध किया गया था, लेकिन तब हमारी किसी ने एक न सुनी। ग्रामीणों ने बताया कि पिछले वर्ष सिंतबर माह में जब स्वां नदीं में पानी आया था, तो पुल (Bridge) के समीप पानी एकत्रित हो गया था, जिससे किसानो की फलस बर्बाद हो गई थी। पिछली बरसात में किसानों की करीब 8 से 10 करोड़ की फसल बर्बाद हो गई थी।
वहीं, प्रदेश बीजेपी (BJP) प्रवक्ता प्रो. राम कुमार ग्रामीणों की समस्या को लेकर ग्रामीणों संग मौके पर पहुंचे और काफी देर निरीक्षण किया। इस दौरान मौके पर पहुंचे डीसी (DC) सहित अन्य अधिकारियों ने मौके का जायजा लिया और जल्द ग्रामीणों की समस्या हल करने की बात कही। बीजेपी (BJP) नेता ने कहा कि कांग्रेसी नेता को फायदा देने के लिए पुलियों का निर्माण नहीं किया, जिससे ग्रामीण परेशान हैं।
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