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Himachal: बारिश व ओलावृष्टि से किसानों को 41 करोड़ का नुकसान, मौसम की मार अभी भी जारी
Last Updated on May 6, 2020 by Deepak
शिमला। हिमाचल (Himachal Pradesh) के किसानों-बागवानों को अभी तक बारिश व ओलावृष्टि (rain and hail) से 41 करोड़ का नुकसान (Loss) हो चुका है। मौसम की मार अभी भी जारी है। जिसके चलते ऊपरी इलाकों में ओलावृष्टि से सेब व अन्य फलों को भारी नुकसान पहुंचा है जबकि निचले क्षेत्रों में बारिश से गेंहू की फसल पर मार पड़ रही है। सब्जियों के दाम भी किसानों (Farmers) को बहुत कम मिल रहे है। जिससे किसान परेशान है। कृषि मंत्री डॉ राम लाल मार्कण्डेय ने बताया कि प्रथम चरण के आंकलन में हिमाचल की कृषि बाग़वानी को 41 करोड़ का नुकसान हो चुका है। जबकि अभी भी मौसम का सितम जारी है।
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कृषि विभाग के अधिकारियों को फसलों के नुकसान के आंकलन के आदेश दे दिए है। गोभी व मटर के किसानों को मिल रहे कम दामों का मामला भी सरकार के विचाराधीन है। सरकार कोशिश कर रही है कि सब्जियों को बाहर राज्यों की मंडियों में भेजा जाए। वहीं दूसरी तरफ बुधवार दोपहर बाद आनी उपमंडल की ग्राम पंचायत कमांद के भाटनीबाई (पुरानी) में विशालकाय देवदार के एक पेड़ पर अचानक गिरी आसमानी बिज़ली ने ऐसा क़हर बरपाया कि देवदार के पेड़ के परखच्चे उड़ गए. बताते चलें कि देवदार का यह पेड़ राष्ट्रीय उच्च मार्ग 305 के बिल्कुल साथ ही सटा है तथा सड़क पर वाहनों की आवाजाही और लोगों की चहलकदमी निरंतर बनी रहती है. हालांकि जिस समय आसमानी बिज़ली गिरी, उस वक़्त वहां कोई मौजूद नहीं था अन्यथा जानी नुक़सान भी हो सकता था।