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तिरंगे धागे से बनी हैं ये “राखियां”
मंडी। हिमाचल प्रदेश डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी ने इस लगभग एक हजार तिरंगे धागे से बनी राखियां लेबनान में बार्डर पर तैनात सैनिकों के लिए भेंजीं। एसोसिएशन ने इसके साथ ही भारत के विभिन्न बार्डर इलाकों के सैनिकों के लिए भी पांच हजार राखियां भेजी। इन राखियों को हिमाचल प्रदेश डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी ने डीसी ऋग्वेद ठाकुर को सौंपा। जहां से आर्मी ट्रांजिट कैंप व एनसीसी द्वितीय बटालियन के सहयोग से बार्डर पर तैनात सैनिकों को यह राखियां दी जाएंगी। भारतीय बार्डर पर राखियां जम्मू-कश्मीर, सियाचिन व लेह भेजी जा रही हैं। जबकि इस बार अंतर्राष्ट्रीय आर्मी में सेवाएं देने वाले सैनिकों को भी राखियां भेजी जा रहीं हैं।
हिमाचल प्रदेश डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी की अध्यक्ष आशा ठाकुर ने बताया कि हर वर्ष की भांति इस बार भी सैनिकों को राखियां भेजी जा रही हैं। इसके साथ ही इस बार यूएनओए में सीरिया व इजराइल के बार्डर पर सेवाऐं देने गए भारतीय आर्मड जवानों को भी राखियां भेजी जा रही हैं। इन राखियों को हिमाचल प्रदेश डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी की महिलाओं ने अपने हाथों से तिरंगे धागे से तैयार किया है। आशा ठाकुर ने बताया कि इस बार उन्हें ज्यादातर राखियों को बाजारों से ही खरीदना पड़ा क्योंकि कोरोना के चलते बाजारों में धागे उपलब्ध नहीं हो सके। इस दौरान हिमाचल प्रदेश डिफेंस वुमेन वेलफेयर एसोसिएशन मंडी की सदस्या रीता ठाकुर व उषा शर्मा भी मौजूद रहीं।