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शिमला। हिमाचल प्रदेश करुणामूलक संघ ने शुक्रवार को अपनी मांगों को लेकर विधानसभा (Vidhan sabha) का घेराव किया। इस दौरान उन्होंने सरकार से शीघ्र अनुकंपा के आधार पर दी जाने वाली नौकरियों में आय सीमा को हटाने की मांग की। इसके अलावा वन टाइम सेटेलमेंट (One time settlement) के माध्यम से विभिन्न विभागों में लंबित करुणामूलक के मामलों का निपटारा करने की मांग उठाई। वहीं उन्होंने 5 फ़ीसदी कोटे की शर्त हटाए जाने की मांग भी रखी जिससे आश्रितों को परिवार का गुजारा करने में मदद मिल सके।
करुणामूलक संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि आश्रित लंबे अरसे से करुणामूलक आधार पर भर्तियां करने की मांग कर रहे हैं। विधायक, मंत्री और सीएम से मिलकर भी अपनी बात को रखा गया है, लेकिन हर बार केवल आश्वासन ही मिला है। मजबूरन करुणामूलक आश्रितों को आज विधानसभा का घेराव करना पड़ा है। प्रदेश में करुणामूलक आधार पर हजारों आश्रितों को नौकरियां (Jobs) नहीं मिली है और विभागों में पद खाली चल रहे हैं। आश्रितों ने मांग की है कि करुणामूलक आश्रितों को उनकी शैक्षिक योग्यता के अनुसार नौकरी दी जाए। कई आश्रितों को 15 वर्ष से भी अधिक का समय आवेदन किए हुए हो गया है, लेकिन अभी तक नौकरी नहीं मिली है। संघ ने प्रदेश सरकार से आश्रितों को नौकरी देकर जल्द राहत देने की दिशा में काम करने की मांग की है।
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