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पालमपुर। सच्चाई पर हमेशा तिलमिलाने वाले वीरभद्र सरकार में परिवहन महकमा देख रहे जीएस बाली एक बार फिर से अपनी जुबान पर काबू ना रख पाए। बाली से जब पालमपुर में पत्रकार यह पूछ रहे थे कि आप जिला के किसी अधिकारी से नाराज है तो वह सीधा जवाब ना देकर बोले पड़े कि यह चंडूखाने की खबरें कौन चलाता है। यानी बाली को सच्चाई रास ना आई और अपनी टीस मिटाने के लिए खबरों को चंडूखाना बताने जुट गए। खैर बाली का कहना है कि कौन अधिकारी है… कौन अधिकारी है, मैंने किसी की ट्रांसफर की बात सीएम से नहीं की। साथ ही उनका कहना था कि मैंने सीएम वीरभद्र सिंह के शीतकालीन प्रवास का बहिष्कार भी नहीं किया है। जब सीएम बुलाएंगे मैं जाऊंगा।
याद रहे कि वीरभद्र सरकार को समय-समय पर असहज स्थिति में डालने वाले परिवहन मंत्री जीएस बाली अब फिर से एक जिद पर अड़ गए हैं। अति पुख्ता जानकारी के मुताबिक इस मर्तबा बाली के निशाने पर जिला कांगड़ा के एक पुलिस अधिकारी हैं, बाली चाहते हैं कि उस अधिकारी को जिले से बाहर तबदील किया जाए। बाली की जिद है अगर उक्त अधिकारी को कांगड़ा जिला से तबदील नहीं किया गया तो वह सीएम वीरभद्र सिंह के चल रहे शीतकालीन प्रवास के कार्यक्रमों में शरीक नहीं होंगे। जैसा कि वह कांगड़ा में रहते हुए कर भी रहे हैं। बाली की नाराजगी धर्मशाला में आयोजित हुई पार्टी उपाध्यक्ष राहुल गांधी की जनसभा के वक्त से चल रही है। बाली मानते हैं कि उन्हें मंच पर नहीं चढ़ने देने के पीछे सबसे अहम भूमिका उक्त पुलिस अधिकारी ने निभाई है। इसलिए इस अधिकारी को जिला से बेदखल करना ही होगा। अगर ऐसा नहीं हुआ तो वह शीतकालीन प्रवास के दौरान चल रहे सीएम वीरभद्र सिंह के कार्यक्रमों में नहीं आएंगे। अब बाली की इस नई जिद के आगे सरकार फिर से असहज स्थिति में दिख रही है। बाली की इसे शर्त या जिद के सामने अब दो बातें हैं, अगर सरकार उस अधिकारी को तबदील करती है तो जिला में नशे की दवाओं के खिलाफ चल रहे अभियान को बट्टा लग सकता है, अगर नहीं करती है तो बाली मानेंगे नहीं।
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