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Kota से वापस पहुंचे Himachali Students,ऊना व बिलासपुर में होंगे Quarantine
ऊना / बिलासपुर/ सोलन। हिमाचल से दो दिन पहले राजस्थान के कोटा ( Kota of Rajasthan) में फंसे छात्रों को लाने निकली एचआरटीसी( HRTC)की बसें रविवार सुबह उन्हें लेकर वापस पहुंच गई है। 139 छात्रों को लेकर करीब सात बजे ये बसें हिमाचल के प्रवेश द्वार परवाणू ( Parwanoo) पहुंची। इसके बाद 55 छात्रों ऊना , 47 छात्रों को जिला बिलासपुर के स्वारघाट और 37 को सोलन भेजा गया है। इसके अलावा चंडीगढ़( Chandigarh)से भी 20 छात्रों को लेकर बस सोलन के राधा स्वामी सत्संग मैदान पहुंची है। देर रात पहुंची इस बस में 11 लड़कियों और 9 लड़कों को लाया गया है। इनकी भी चिकित्सा जांच करवाई जा रही है। अन्य राज्यों से भी फंसे छात्रों को हिमाचल( Himachal)लाया जा रहा है। रविवार को चंडीगढ़ से भी कुछ अन्य छात्रों के हिमाचल पहुंचने की संभावना है।
करीब 18 घंटे का सफर कर चार जिलों के कुल 55 छात्र सुबह ऊना( Una) जिला की सीमा में पहुंचे। इनमें से 27 छात्राएं भी शामिल है। सभी छात्रों को जिला ऊना के दो अलग-अलग होटलों में क्वारंटाइन किया गया है। इससे पहले हिमाचल प्रदेश के प्रवेश द्वार मैहतपुर पर सभी छात्रों की थर्मल स्क्रीनिंग भी की गई। वहीं क्वारंटाइन में भी सभी छात्रों का मेडिकल टेस्ट के साथ ही कोविड-19 के लिए सैंपल भी लिए जाएंगे। इनकी रिपोर्ट आने के बाद ही जिला प्रशासन छात्रों की घर वापसी के बारे निर्णय लेगा। ये सभी छात्र हिमाचल प्रदेश के जिला चंबा, कांगड़ा, हमीरपुर व ऊना के हैं। इनके अलावा कुछ के परिजन भी अपने बच्चों के साथ ही इन बसों में वापिस हिमाचल लौटे हैं। ऊना में प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा पुलिस और स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी मौजूद रही। एसडीएम ऊना सुरेश जसवाल ने बताया कि सभी बच्चों को क्वारंटाइन किया गया है और जहां पर इनका मेडिकल परीक्षण किया जायेगा।
उधर बिलासपुर ( Bilaspur)के स्वारघाट पहुंचे 47 छात्रों की भी स्क्रीनिंग की गई और उनको बिलासपुर के लिए रवाना किया गया। ये छात्र बिलासपुर, मंडी, लाहुल स्पीति के हैं। स्वारघाट स्थित जिला सोलन व बिलासपुर की सीमा स्वारघाट में लगाए गए नाके पर इन सभी छात्रों का चिकित्सा परीक्षण करने के बाद इन्हें जिला मुख्यालय बिलासपुर भेज दिया गया है। जहां पर इनके आगामी चिकित्सा परीक्षण के लिए सैंपल एकत्र कर परीक्षण के लिए भेजे जाएंगे। स्वारघाट नाके पर इन सभी छात्रों के पते लिख कर व चिकित्सा टीम ने मैडिकल परीक्षण के बाद आगे जाने के अनुमति दी गई।थाना प्रभारी स्वारघाट बलबीर सिंह ने बताया कि राजस्थान के कोटा से लाए गए छात्रों को स्वारघाट नाके पर प्राथमिक चिकित्सा परीक्षण के बाद जिला मुख्यालय बिलासपुर भेज दिया गया है।