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लेखराज धरटा/शिमला। कस्बों में प्लाट और मकान के लिए ली अग्रिम राशि हिमुडा (Himuda)पांच फीसदी साधारण ब्याज सहित आवेदनकर्ताओं को लौटाएगा। यह निर्णय हिमुडा निदेशक मंडल ने लिया है। यह जानकारी शहरी विकास मंत्री सरवीण चौधरी (Sarveen Chaudhary) ने भटियात के विधायक विक्रम जरियाल के पूछे सवाल के जवाब में दी। विक्रम जरियाल (Vikram Jaryal) भटियात ने पूछा था कि प्रदेश के कस्बों में प्लाट व मकान हेतु 5000 रुपए की अग्रिम राशि सहित आवेदन लिए थे। उनमें से कितने आवेदकों को प्लाट व मकान अलॉट किए।
बाकी बचे आवेदकों को सरकार कब तक ब्याज सहित धनराशि वापस करने का विचार रखती है। शहरी विकास मंत्री सरवीन चौधरी ने बताया कि इस योजना में 72848 आवेदकों ने आवेदन किया था। 31 जुलाई 2019 तक कुल 193 आवेदकों को हिमुडा ने प्लॉट व फ्लैट (Plot and Flat) आबंटित कर दिए गए हैं। उन्होंने बताया कि हिमुडा ने निदेशक मंडल की बैठक जो 10 अक्टूबर 2018 को हुई थी में यह निर्णय लिया गया कि जिन स्थानों पर हिमुडा जमीन नहीं ले पाया वहां आवेदकों के आवेदन के बाद राशि 5 प्रतिशत साधारण ब्याज सहित लौटा दी जाएगी तथा जहां पर हिमुडा के पास जमीन उपलब्ध है, वहां पर मूल राशि आवेदकों के आवेदन करने के पश्चात बिना किसी कटौती के लौटा दी जाएगी।
प्रश्नकाल में चिंतपूर्णी (Chintpurni) के विधायक बलबीर सिंह ने चकौता धारकों का मामला उठाया और पूछा कि प्रदेश में चकौता धारकों के नाम कई जगह नहीं चढ़े हैं। सरकार इनके नाम भूमि करने का विचार रखती है। जवाब में सीएम जयराम ठाकुर (CM Jai Ram Thakur) ने बताया कि हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा चकौता धारकों को संपत्ति अधिकार प्रदान करना योजना 2015 के तहत मालिकाना हक दिए जा रहे हैं। वहीं, भरमौर के विधायक जिया लाल ने धरवास में बंद पड़े कृषि फार्म का मामला उठाया और पूछा कि सरकार इसे पुनः शुरू करने के लिए क्या कदम उठा रही है।
जवाब में कृषि मंत्री राम लाल मार्कंडेय ने कहा कि धरवास फार्म में कार्यरत अंशकालिक समस्त कर्मचारी नियमित होने के बाद स्थानांतरित हो गए, जिसकी वजह से 2004-05 से यहां कृषि गतिविधियां बंद पड़ी हैं। कृषि विश्वविद्यालय पालमपुर से इस फार्म में कृषि व पशुपालन अनुसंधान केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव है, जिसके लिए भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया जारी है। बैजनाथ के विधायक मुल्क राज प्रेमी के उनके क्षेत्र में बसों को लेकर पूछे गए सवाल के जवाब में परिवहन मंत्री गोविंद ठाकुर ने बताया कि चालकों-परिचालकों की उपलब्धता पर बसें चलाने का विचार किया जाएगा। बैजनाथ बस डिपो के तहत 5 रूट व पालमपुर डिपो के एक रूट पर कुछ दिन पहले बस चलाने के बाद बंद दी है।
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