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सुंदरनगर। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में नियमों को ताक पर रखकर सड़कों पर दौड़ रही निजी बसों के चालकों व परिचालकों की मनमानी व गुंडागर्दी चरम सीमा पर पहुंच गई है। आलम यह है कि प्राईवेट बस (Private Bus) के चालकों (Driver) व परिचालकों (Conductor) को ना पुलिस का कोई ख़ौफ़ है ना ही परिवहन विभाग का कोई डर है। लेकिन प्राईवेट बसों की मनमानी व दादागिरी को लेकर पुलिस व विभाग की लचर हो चुकी कार्यप्रणाली लोगों पर भारी पड़ रही है। ताजा घटनाक्रम में मंडी-सुंदरनगर रूट (Mandi-Sundernagar Route) पर चलने वाली निजी बस के चालक व परिचालक की सुंदरनगर में सरेआम गुंडागर्दी का मामला सामने आया है। इस घटना का वीडियो (Video) राहगीरों ने अपने मोबाइल कैमरे में कैद कर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया।
जानकारी के अनुसार मंडी-सुंदरनगर चलने वाली एक प्राइवेट बस कुंद्रा ट्रैव्लज नंबर एचपी-65-5288 जब एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर स्थित नरेश चौक के समीप पहुंची तो इस बस के चालक ने बस को सड़क पर खड़ी कर सरेआम दूसरी बस के चालक व परिचालक के साथ बहसबाजी करने लग गए। वहीं प्राइवेट बस चालक व परिचालक की गुंडागर्दी बस में बैठी सवारियों और हाईवे पर जा रहे वाहन चालकों पर भारी पड़ गई। इस कारण हाईवे के दोनों तरफ लंबा जाम लग गया। बताया जा रहा है कि निजी बस चालक एक दूसरे से टाइम की समस्या को लेकर बहस कर रहे थे।
बता दें कि बीते 31 अक्तूबर को जिला मंडी के रानी बाईं में एक प्राइवेट बस दूसरी बस से प्रतिस्पर्धा के कारण एनएच-21 पर पलट गई थी और इस दुर्घटना में कई सवारियां घायल हो गई थी। निजी बस चालकों व परिचालकों द्वारा प्रतिदिन एनएच-21 चंडीगढ़-मनाली पर टाईम और सवारियां उठाने को लेकर जानलेवा खेल खेला जाता है। सवारियां उठाने की होड़ में प्राईवेट बसों के चालक व परिचालक कभी बस को बिल्कुल धीरे और कभी तेज रफ्तार से चलाते हैं। इस कारण बस में बैठी सवारियां और अन्य लोगों को परेशानी उठानी पड़ती है। टाइम टेबल की समस्या को लेकर एनएच-21 पर धीरे-धीरे बस को चलाने की वजह से बसों के पीछे लंबे जाम की समस्या पैदा हो रही है। ऐसा नहीं है कि पुलिस ने इन निजी बस चालकों को हिदायत नहीं दी है लेकिन फिर भी यह निजी बस चालक व परिचालकों ने सरेआम नियमों की धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। स्थानीय लोगों ने मांग की है कि पुलिस व परिवहन विभाग इस तरफ ध्यान देकर इन बेलगाम प्राईवेट बसों के चालकों व परिचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई अमल में लाए।
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