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शिमला। हिमाचल प्रदेश सरकार 1134 करोड़ रुपए की महत्वाकांक्षी बागवानी विकास परियोजना के तहत 31 मार्च तक 150 करोड़ रुपए खर्च करेगी। यह बात जलशक्ति व बागवानी मंत्री महेंद्र सिंह ने शनिवार को प्रश्नकाल के दौरान कही। उन्होंने पूर्व कांग्रेस (Congress) सरकार पर इस परियोजना की अनदेखी करने का आरोप लगाया और कहा कि वह दो साल में इस परियोजना के तहत 22.57 करोड़ रुपए की खर्च पाई थी। इस संबंध में विधायक सुखविंदर सिंह ने मूल सवाल किया था।
महेंद्र सिंह ने कहा कि विश्व बैंक पोषित बागवानी विकास परियोजना में ऊपरी हिमाचल के सभी ब्लॉकों को रखा गया है, जबकि निचले इलाकों के एरिया के लिए शिवा परियोजना तैयार की है और इसमें 7 जिलों के 28 ब्लॉक लिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि निचले इलाकों के लिए बनी एचपी शिवा परियोजना में इस वर्ष अप्रैल-मई माह में 10 मिलियन डालर (करीब 70 करोड़ रुपए) आएंगे और इस राशि से पहले चरण में तैयार किए गए 10-10 हैक्टेयर के 17 क्लस्टरों में पौधरोपण होगा।
महेंद्र सिंह ने कहा कि शिवा परियोजना में इस राशि के आने के बाद इस वर्ष जून-जुलाई माह में 170 हेक्टेयर में पौधरोपण होगा और इसमें 480 किसान लाभांवित होंगे। अगले चरण में 3 हजार हेक्टेयर भूमि को लेकर पौधरोपण होगा और उसके बाद 10 हजार भूमि पर पौधरोपण होगा और इसमें कुल 100 मिलियन डॉलर मिलेगा। उन्होंने कहा कि अभी तक परियोजना में पैसा नहीं आया है।
भवन निर्माण को लेकर विधायक अरुण कुमार के एक सवाल के जवाब में शिक्षा मंत्री सुरेश भारद्वाज ने कहा कि नगरोटा विधानसभा क्षेत्र में इस समय 80 प्राइमरी, 16 मिडिल, 9 हाई और 24 सीनियर सेकेंडरी स्कूल चल रहे हैं। इनमें से 13 प्राइमरी स्कूलों के भवनों का कुछ हिस्सा जीर्ण-शीर्ण अवस्था में है। इमें से 11 प्राइमरी स्कूलों का पास बच्चों की संख्य़ा के अनुसार कक्षाएं चलाने को कमरे उपलब्ध हैं, जबकि दो स्कूलों रमेहड़ और धिरथोली के पास कक्षा चलाने के लिए एक-एक कमरे की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इन दो स्कूलों के भवन निर्माण के लिए जैसे ही प्राक्कलन तैयार होगा, वैसे ही बजट उपलब्ध करवा दिया जाएगा।
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