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How the mileage of your car-bike can increase
Last Updated on July 28, 2020 by Sintu Kumar
आज के युग में ऐसा शायद ही कोई घर हो यहां कार या बाइक ना हो। कोई भी शख्स चाहता है कि उसकी सवारी यानी बराबर ठीक से चलती रहे,बेहतर परफॉरमेंस देती रहे। इसके लिए एक इंजन ऑयल ही है, जो इंजन को चुस्त-दुरुस्त रखता है और इंजन की परफॉरमेंस बढ़ाने के साथ उसकी लाइफ भी बढ़ाता है। बाजार में कई तरह के इंजन ऑयल मिलते हैं और उनका अलग-अलग ग्रेड होता है। हर इंजन के लिए अलग-अलग तरह के इंजन ऑयल की जरूरत होती है। जैसे कोई भी बेहतरीन ऑयल आपकी बाॅडी को चुस्त-दुरूस्त रखता है वैसे ही एक अच्छा इंजन ऑयल आपकी इंजन सील और गैसकेट्स को ठीक रखता है। बाजार में आमतौर पर तीन तरह के इंजन ऑयल उपलब्ध रहते हैं। इनमें मिनरल ऑयल, सेमी.सिंथेटिक ऑयल और फुली सिंथेटिक ऑयल शामिल हैं। तीनों का ग्रेड अलग-अलग है। हर इंजन के लिए अलग-अलग इंजन ऑयल इस्तेमाल करना होता है। असल में ये परिष्कृत पेट्रोलियम ऑयल्स होते हैं और विस्तृत तापमान में काम करने में सक्षम होते हैं। बाजार में आने वाली ज्यादातर कारों और बाइक में मिनकल इंजन ऑयल का इस्तेमाल होता है। यह ना केवल बेहद सस्ते होते हैं बल्कि फिक्शन से पैदा होने वाली गर्मी से सुरक्षा के लिए पर्याप्त लुब्रिकेशन और प्रोटेक्शन भी देते हैं। वहीं यह सामान्य तापमान में बेहतर काम करते हैं, अगर तापमान ज्यादा ठंडा या ज्यादा गर्म हो तो यह अप्रभावी हो जाता है। सेमी-सिंथेटिक या फुली सिंथेटिक के मुकाबले ये सस्ता होता है। फुली-सिंथेटिक इंजन ऑयल को बेहतरीन लुब्रिकेशन के लिए जाना जाता है, इसकी पररफॉरमेंस भी बेहतरीन मानी जाती है। वहीं फुली सिंथेटिक इंजन ऑयल वाले वाहन ज्यादा माइलेज भी देते हैं। जहां मिनरल ऑयल को मूल अणुओं में तोड़ कर उसकी अशुद्धियों को बाहर निकाल दिया जाता है। वहीं फुली सिंथेटिक ऑयल में खास अणु होते हैं, जो बेहतर लुब्रिकेशन देते हैं। यह ऑयल अधिकतम और न्यूनतम तापमान पर भी बेहतरीन काम करता है। लेकिन इस ऑयल को बनाना महंगा पड़ता है, जिसके चलते ये बाकी दोनों से महंगा है। इसके अलावा बाजार में कुछ और तरह के भी इंजन ऑयल मिलते हैं, जिनकी विस्कोसिटी (चिपचिपाहट) ग्रेड से उनकी परफॉरमेंस के बारे में पता लगाया जा सकता है।