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हिमाचल में बेरोजगारी की हद: BTech, Msc, MBA सहित लॉ डिग्री धारक बने पुलिस कांस्टेबल
शिमला। हिमाचल में बेरोजगारी हद से ज्यादा बढ़ने लगी है। इसी का नतीजा है कि चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती के लिए भी डिग्री धारक अपना भाग्य आजमाने पहुंच जाते हैं। ऐसे ही डिग्री धारक हाल ही में हुई हिमाचल प्रदेश पुलिस कांस्टेबल भर्ती में भी पहुंचे थे। इस भर्ती में सभी तरह के मानकों पर खरा उतरने के बाद ट्रेनिंग के लिए पीटीसी डरोह पहुंचे युवाओं में 42 बीटेक हैं। वहीं, 30 एमएससी 30 एमए, 5 एमबीए, 4 बीसीए, एक एमसीए, एक एमटीए, दो एलएलबी व एक एमफिल शामिल है। यह लोग अब पीटीसी डरोह (PTC Daroh) में पुलिस ट्रेनिंग के लिए पहुंचे हुए हैं।
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पीटीसी डरोह में 808 पुरुष व 268 महिला कर्मियों की ट्रेनिंग प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार पुलिस भर्ती में जो नए कांस्टेबल भर्ती होकर डरोह पहुंचे हैं और ट्रेनिंग कर रहे हैं उनमें से 42 युवा तो बीटेक होल्डर (BTech) ही हैं। ऐसे में सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि बेरोजगारी की पराकाष्ठा किस हद तक पहुंच चुकी है। इन्हीं कांस्टेबलों में तीस युवा एमएससी (MSC) हैं। हालांकि युवाओं ने जब पढ़ाई की थी तो कई सपने भी संजोए होंगे। मगर हालात इस कद्र हावी हुए कि उन्हें पुलिस में भर्ती हो जाना समय की दरकार लगी। इसी के साथ तीस युवाओं ने एमए की हुई है। वहीं चार युवा बीसीए भी हैं। इसके साथ एक युवा एमबीए (MBA) होल्डर भी हैए तो दो एलएलबी हैं। वहीं एक युवा ने एमफिल भी की हुई है। इसके अलावा भी 16 अन्य कैंडिडेट टेक्निकल क्वालीफिकेशन रखते हैं। जबकि पुलिस सिपाही के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता (Educational Qualifications) दस जमा दो निर्धारित थी। साथ में शारीरिक परीक्षा उत्तीर्ण करना शामिल था। अब अंदाजा लगाया जा सकता है कि इतनी हायर स्टडी करने के बाद भी युवाओं को जिस फील्ड के लिए उन्होंने रातों को जागकर पढ़ाई की है, उस फील्ड में सहजता से कामयाब होने का विश्वास नहीं था। यही कारण रहा कि उन्होंने पुलिस भर्ती को ही अपना करियर बनाने का निर्णय ले लिया।
डीजीपी संजय कुंडू ने किया प्रशिक्षुओं को प्रोत्साहित
बता दें कि पिछले कुछ सालों से पुलिस भर्ती में ग्राउंड की मेरिट को इतनी अधिक तरजीह नहीं दी जा रही है। ग्राउंड के लिए कुछ विशेष मानक तय कर लिए गए हैं। इन्हीं मानकों को युवाओं को खरा उतरना होता है, ताकि वे पुलिस में भर्ती हो सकें। इसके विपरीत लिखित परीक्षा की मेरिट को मान्यता देने पर हाइली क्वालिफाइड कैंडिडेट ही सफल हो पा रहे हैं। वहीं ट्रेनिंग के लिए पीटीसी डरोह पहुंचे अभ्यर्थियों को हिमाचल पुलिस के महानिदेशक संजय कुंडू ने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने को कहा। उन्होंने कहा कि जब तन और मन स्वस्थ होगा तभी हम समाज की बेहतर सेवा कर पाएंगे। स्वस्थ शरीर स्वस्थ मन में निवास करता है। उन्होंने अनुशासनए संयम और सीमा के भीतर सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर जोर दिया उन्होंने सभी प्रशिक्षुओं को विभिन्न गतिविधियों में हिस्सा लेने के लिए प्रोत्साहित किया।
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