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शिमला। अब प्रदेश के विधायक और पूर्व विधायक एचआरटीसी की सुपर लग्जरी बस में भी मुक्त यात्रा कर सकेंगे। लेकिन, वर्ष में वह केवल 12 बार ही इस सेवा का फ्री लाभ ले पाएंगे। आज परिवहन निगम की बीओडी की बैठक में इसका फैसला लिया गया। बैठक में परिवहन निगम के टीएमपीए और चालकों के वेतन में भी बढ़ोतरी कर दी गई है। इसके अलावा शिमला शहर के लिए 30 विशेष छोटी बसें लेने को भी बीओडी ने मंजूरी दी है। परिवहन मंत्री जीएस बाली ने आज शाम यहां प्रेस कांफ्रेंस में इसकी जानकारी दी। बाली ने कहा कि विधायकों और पूर्व विधायकों को सुपर लग्जरी वोल्वों बसों में फ्री यात्रा की सुविधा देने का निर्णय लिया गया है। लेकिन, यह वर्ष में केवल 12 बार ही इसका लाभ मिलेगा और यह केवल उन्हें ही व्यक्तिगत रूप में मिलेगा।
बाली ने कहा कि परिवहन निगम के 350 टीएमपीए और 1578 चालकों के वेतन में भी बढ़ोतरी को मंजूरी दे दी गई है। टीएमपीए का वेतन 4000 रुपये से बढ़ाकर 5500 रुपये किया जा रहा है। इसमें 40 फीसदी की बढ़ोतरी की गई है। इसके अलावा उन्हें मिलने वाली 0.5 फीसदी की कमीशन को भी बढ़ाकर एक फीसदी किया जा रहा है। उनका कहना था कि राज्य से बाहर जाने वाले टीएमपीए (परिचालकों) को 0.5 फीसदी कमीशन मिलेगी, जबकि राज्य के भीतर चलने वालों को एक फीसदी कमीशन दी जाएगी।
उधर, चालकों को भी 7200 रुपये से बढ़ाकर अब 7700 रुपये मिलेंगे। यह बढ़ोतरी पहली अप्रैल से लागू होगी। परिवहन मंत्री ने कहा कि शिमला नगर के लिए 30 छोटी बसें खरीदी जा रही हैं। ये बसें यहीं सिटी के अंदर चलेंगी। उनका कहना था कि परिवहन निगम 30 नई सेमी डीलक्स बसें खरीदने जा रहा है। यह बसें पुरानी सेमी डीलक्स बसों का स्थान लेंगी। उनका कहना था कि राजीव थाली योजना के तहत सात बस अड्डों ऊना, बिलासपुर, नाहन, नगरोटा बगवां, चंबा, मंडी और पालमपुर में यह सेवा शुरू कर दी गई है और इसे चरणबद्ध तरीके से बाकी बस अड्डों में भी शुरू किया जाएगा। बाली ने कहा कि परिवहन निगम इस वित्त वर्ष में बिना यात्री किराया बढ़ाए 55 करोड़ रुपये का राजस्व बढ़ाया है। उनका कहना था कि परिवहन निगम का राजस्व 522 करोड़ रुपये से बढ़कर 577 करोड़ रुपये हुआ है। इसके साथ-साथ केएमपीएल में भी काफी सुधार आया है। केएमपीएल में एक प्वाइंट के सुधार से निगम को 10 लाख रुपये का लाभ होता है और इसमें और सुधार किया जा रहा है।
तीन बस अड्डों के नाम बदले, पीस मील वर्कर के मानदेय बढ़ाने को बनाई कमेटी
परिवहन मंत्री ने राज्य के तीन बस अड्डों के नाम बदलने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि आईएसबीटी शिमला का नाम प्रियदर्शनी इंदिरा गांधी होगा। जबकि नाहन बस अड्डे का नाम गुमान सिंह बस अड्डा होगा और चंबा के बस अड्डे का नाम देसराज महाजन के नाम पर होगा। उन्होंने कहा कि गुमान सिंह और देसराज महाजन प्रदेश के परिवहन मंत्री रहे हैं। बाली ने कहा कि उन्होंने निगम के कर्मचारियों को उनके वित्तीय लाभ भी दिए हैं। कर्मचारियों को कुल मिलाकर 460 करोड़ रुपये के लाभ दिए गए हैं, जबकि पेंशनरों को भी 180 करोड़ रुपये के वित्तीय लाभ दिए गए हैं। उनका कहना था कि पीस मील वर्कर के मानदेय को बढ़ाने को एक कमेटी बनाई है और उसकी सिफारिशों के बाद उनके मानदेय को भी बढ़ाया जाएगा।
बाली ने कहा कि पीपीपी मोड में बस अड्डों के निर्माण को लेकर कंपनियां आगे नहीं आ रही है। इसे देखते हुए बस अड्डा प्रबंधन बोर्ड ने इसमें कुछ परिवर्तन करने का निर्णय लिया है। उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड को और आकर्षक बनाया जाएगा, ताकि कंपनियां आगे आए। उन्होंने कहा कि पीपीपी मोड में कुछ परिवर्तन कर बस अड्डों के नए सिरे से टेंडर किए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पूर्व सीएम प्रेमकुमार धूमल कह रहे हैं कि बस अड्डों का निर्माण नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि परवाणु और ऊना बस अड्डों का निर्माण करने को जो टेंडर हुए थे। जिन कंपनियों ने टेंडर लिए थे, उन्होने उसमें रूचि नहीं दिखाई। इसके बाद में टेंडर किए गए और उसमें कोई नहीं आय। इसलिए ही वे पीपीपी मोड पालिसी में कुछ बदलाव कर रहे हैं।
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