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प्रबंधन की बेरुखी के खिलाफ 21 दिसंबर को विधानसभा घेरेंगे HRTC पेंशनर्स
संजू/शिमला। लंबे समय से पेंडिंग (Pending) भत्ते और अन्य देनदारियों के भुगतान के मामले में HRTC प्रबंधन से चर्चा नाकाम (Failed Discussion) रहने पर पेंशनर्स ने शनिवार को आर-पार की लड़ाई का ऐलान कर दिया। उन्होंने 21 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश विधानसभा के घेराव का ऐलान (Himachal Pradesh Assembly)कर दिया है। प्रेसवार्ता के दौरान पेंशनर्स संगठन ने कहा है कि वे HRTC प्रबंधन की तरफ से मसले का सार्थक हल नहीं निकल पाने के बाद निराश होकर आंदोलन का रास्ता अपनाने को मजबूर हैं। संगठन का कहना है कि इस बारे में परिवहन मंत्री (Transport Minister) से भी पत्राचार किया गया था, फिर भी कोई सर्वमान्य हल नहीं निकल सका।
65 पार के पेंशनर्स को बढ़ा हुआ भत्ता मिले
पेंशनर्स कल्याण संगठन के विधि सलाहकार राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि HRTC प्रबंधन उनकी मांगों पर बेरुखी का रवैया अपनाए हुए है। उन्होंने कहा कि आराम करने की उम्र में बुजुर्ग आंदोलन करने पर मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि पेंशन का सुनिश्चित समाधान किया जाए, जिससे उन्हें पहली तारीख को पेंशन मिल सके। एरियर (Arrear) का भुगतान नहीं हुआ है। 65 की उम्र पार कर चुके पेंशनर्स को बढ़ा हुआ भत्ता मिलना चाहिए।
पेंशनर्स पर 600 करोड़ की देनदारियां
राजेन्द्र ठाकुर ने कहा कि चिकित्सा बिलों (Medical Bill) का भुगतान भी एकमुश्त किया जाए, साथ ही संगठन पदाधिकारियों पर दर्ज मामले वापिस लिए जाएं। ठाकुर ने कहा HRTC की लगभग 1400 करोड़ की देनदारियां हैं। पेंशनर्स की 600 करोड़ की देनदारियां हैं। उन्होंने कहा कि संगठन 21 दिसंबर को विधानसभा का घेराव करेगा। अगर सरकार फिर भी नही मानी तो शिमला और मंडी में हल्लाबोल होगा।