-
Advertisement

HRTC में बनी JCC, प्रबंधन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम; वरना खड़ी होंगी बसें
शिमला। HRTC चालक, परिचालक और वर्कशॉप कर्मचारियों (Drivers, Conductors, Workshop Employees) ने गुरुवार को यहां एक संयुक्त समन्वय समिति (JCC) बनाकर प्रबंधन को एक हफ्ते का अल्टीमेटम (Ultimatum) दिया है। समिति ने कहा है कि अगर उनके खाते में अगले महीने की एक तारीख तक सैलरी (Salary) नहीं आई तो राज्यभर में HRTC की बसें खड़ी हो जाएंगी। जेसीसी ने प्रबंधन के खिलाफ सड़क पर आंदोलन करने की चेतावनी दी है।
जेसीसी का कहना है कि HRTC प्रबंधन के पास एक सप्ताह का समय है। इस बीच प्रबंधन चाहे, तो बातचीत कर ले। लेकिन अगले महीने की एक तारीख तक सैलरी आने और लगेज पॉलिसी (Luggage Policy) मामले में बर्खास्त दोनों कंडक्टर्स (Terminated Conductors) को बहाल करने की मांग से वे पीछे नहीं हटेंगे। जेसीसी शुक्रवार को HRTC महाप्रबंधक को मांग पत्र सौंपने जा रही है।
ये हैं कर्मियों की विभिन्न मांगें
- आउटसोर्स पर चालक-परिचालक की भर्ती नहीं करने दी जाएगी।
- चंबा के किलाड़ में हादसे में दो तकनीकी कर्मी की मौत के डेढ़ महीने बाद भी परिजनों को मुआवजा नहीं मिला। प्रभावित परिवार को तुरंत आर्थिक सहायता दी जाए और एक परिजन को नौकरी पर रखा जाए।
- वर्कशॉप में स्पेयर पार्ट (Spare Parts) नहीं हैं। स्टाफ की कमी है। इससे गाड़ियों की मरम्मत प्रभावित हो रही है।
42 महीने का ओवर टाइम बकाया
HRTC जेसीसी के नवनियुक्त अध्यक्ष मान सिंह ठाकुर ने कहा कि HRTC कर्मियों को महीने की 18 तारीख को सैलरी दी जा रही है। 42 महीने का ओवर टाइम, नाइट भत्ता (Overtime And Nigh Allowances) चालकों व परिचालकों का पेंडिंग हैं। उन्होंने कहा कि सरकार के पास एक सप्ताह का वक्त है। अगर कर्मचारियों को एक तारीख को 11 बजे से पहले सैलरी नहीं दी जाती है तो HRTC की जेसीसी इसको लेकर किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार है।