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हिमाचल में सवर्ण आयोग की मांग पकड़ रही जोर, आरक्षण हटाने को लेकर हल्लाबोल
Last Updated on September 20, 2021 by Vishal Rana
हिमाचल अभी अभी टीम। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में पुलिस भर्ती में आरक्षण (Reservation) के खिलाफ क्षत्रिय संगठन ने मोर्चा खोल दिया है। क्षत्रिय संगठन ने आरक्षण के खिलाफ प्रदेश भर में डीसी के माध्यम से राज्यपाल विश्वनाथ आर्लेकर (Governer Vishvnath Arlekar) को ज्ञापन भेजा। शिमला में भी संगठन के पदाधिकारियों ने डीसी को ज्ञापन सौंपा और पुलिस भर्ती में आरक्षण खत्म करने की मांग की। साथ ही मांग पूरी ना होने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी।
सवर्ण युवाओं के साथ हो रहा सौतेला व्यवहार
इस मौके पर देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष मदन सिंह ने कहा कि सवर्ण परिवारों के योग्य युवाओं के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है। काबिल युवाओं का भविष्य अंधकार में डाला जा रहा है। मदन सिंह ने कहा कि प्रदेश में हो रही पुलिस भर्ती में जातिगत आधार पर आरक्षण दिया जा रहा है। जिसके चलते सवर्ण परिवारों के युवा पुलिस में भर्ती होने से वंचित हो रहे हैं। जातिवाद के आधार पर आरक्षण सरकारी विभागों में खत्म करना चाहिए। उन्होंने राज्यपाल से मांग की है कि पुलिस भर्ती में आरक्षण खत्म की जाए। वहीं, उन्होंने सवर्ण आयोग के गठन की भी मांग रखी है।
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कुल्लू में भी दिखी झलक
वहीं, इस तरह का विरोध प्रदर्शन कुल्लू जिले से भी देखने को मिला। कुल्लू ज़िला मुख्यालय में क्षत्रिय देव भूमि संगठन ने स्वर्ण आयोग के गठन को लेकर धरना प्रदर्शन किया। वहीं, कुल्लू डीसी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजा।